- 2016 के बाद चल रहा है सबसे लंबा ड्राइ सीजन, इस साल नवंबर से नहीं हुई मौसमी बारिश
- मार्च-अप्रैल में मौसमी बारिश नहीं हुई तो गर्मी में उत्पन्न हो सकता है जलसंकट
Kaushal Anand
Ranchi: सितंबर के बाद रांची-झारखंड में सबसे ड्राइ सीजन का साइड इफेक्ट अब दिखने लगा है. 2016 के बाद सबसे लंबा ड्राइ सीजन इस बार देखने को मिल रहा है. रांची में होने वाले मौसमी बारिश भी इस बार नहीं हुई. जिसका अब सीधा असर रांची के जलाशयों पर दिखने लगा है. 1 जनवरी से लेकर 9 मार्च तक शहर के 90 प्रतिशत इलाकों में वाटर सप्लाई करने वाले रूक्का डैम का जलस्तर घटने लगा है. दो महीने में बारिश नहीं होने से और फरवरी से नमी कम होने के कारण रूक्का डैम के वाटर लेबल में करीब दो फीट की कमी आयी है. अगर मार्च-अप्रैल में होने वाले मौसमी बारिश नहीं हुई तो इस बार गर्मी में जलसंकट हो सकता है.
रूक्का डैम में आयी 2.08 फीट की कमी
रूक्का डैम में दो महीने में 2.08 फीट की कमी हुई है. यह रांची का सबसे बड़ा डैम है. इसमें एक इंच पानी करीब एक महीने में आपूर्ति होती है. इस डैम से रांची के 90 प्रतिशत क्षेत्रों में जलापूर्ति होती है. रूक्का डैम से प्रति दिन 30 से 32 एमजीडी पानी की आपूर्ति होती है.
आपूर्ति क्षेत्र : विकास, रूक्का, बूटी मोड़, कोकर, दीपाटोली, कांटा टोली, बहु बाजार, सिरम टोली, ओवर ब्रीज, रेलवे, रेलवे कॉलानी, चुटिया, डोरंडा के कुछ क्षेत्र, निवारणपुर, मेन रोड, लालपुर, वर्द्धमान कम्पाऊंड, हिंदपीढ़ी, चर्च रोड, मोरहाबादी, बरियातू रोड, रिम्स, रातू रोड, पिस्का मोड़, हरमू रोड, किशोरगंज, मधुकम, पहाड़ी मंदिर क्षेत्र, अपर बाजार, रांची रेलवे, एमईएस नामकुम, दीपा टोली, होटवार, विधि विद्यान प्रयोगशाला होटवार, महिला बटालियन जैप, जैप-टू टाटिसल्वे, डेयरी फार्म, जेल, मॉडल हॉस्पिटल, झारखंड आमर्ड फोर्स, नामकुम और आसपास के क्षेत्रों में वाटर सप्लाई होती है.
हटिया डैम में 1.05 फीट की आयी कमी
हटिया डैम से प्रति दिन साढ़े आठ एमजीडी पानी की आपूर्ति होती है. इस डैम के वाटर लेबल में करीब 1.05 फीट की कमी आयी है. आपूर्ति क्षेत्र : इस डैम से शहर के एचईसी कंपनी, हटिया, सिंह मोड़,लटमा, जगरनाथपुर, बिरसा चौक, डोरंडा, शुक्ला कॉलानी, हीनू, सेल व मेकॉन कॉलानी, हरमू हाऊसिंग कॉलानी, एजी, सीआरपीएफ, एचईसी, विद्युत बोर्ड कुसई, अशोक नगर, हटिया रेलवे व आसपास के क्षेत्रों में आपूर्ति होती है.
गोंदा डैम में 2.08 फीट की कमी
गोंदा (कांके डैम) से प्रति दिन 4 एमजीडी पानी की आपूर्ति होती है. इस डैम के लेबल में 1 फरवरी से अब तक 2.08 फीट की कमी आयी है.
आपूर्ति क्षेत्र : इस डैम से शहर के कांके रोड दोनों तरफ, सीएम हाउस, राजभवन, विधानसभा अध्यक्ष आवास, चीफ जस्टिस आवास, सीआईपी, रिनपास, आईआईसीएम, गांधी नगर, जवाहर नगर व आसपास के क्षेत्रों में आपूर्ति होती है.
रांची के तीनों डैमों के वाटर लेबल की स्थिति
रूक्का डैम
कुल क्षमता : 36 फीट
1 जनवरी : 25.20 फीट
15 जनवरी : 24.60 फीट
30 जनवरी : 24.50 फीट
18 फरवरी : 23.40 फीट
28 फरवरी : 23.02 फीट
9 मार्च : 23.01 फीट
हटिया डैम
कुल क्षमता : 38 फीट
1 फरवरी : 33.11 फीट
15 फरवरी : 33.04 फीट
9 मार्च : 32.05 फीट
गोंदा डैम
कुल क्षमता : 28 फीट
1 फरवरी : 24.05 फीट
15 फरवरी : 22.05 फीट
9 मार्च : 21.05
रूक्का डैम के गत पांच साल के वाटर लेबल पर एक नजर (28 फरवरी तक फीट में)
2023- 2022- 2021- 2020- 2019
23.02- 22.00- 19.03- 20.07- 21.07
ऐसे समझें बारिश का लंबा ड्राइ सीजन
2022-23 : 26 नवंबर से 7 मार्च : 107 दिन
2021-22 : 28 दिसंबर से 23 फरवरी 2022 : 58 दिन
2020-21 : 17 दिसंबर से 25 जनवरी : 33 दिन
2019-20 : 11 नवंबर से 13 दिसंबर : 39 दिन
2018-19 : 20 दिसंबर से 23 जनवरी : 33 दिन
2017-18 : 19 दिसंबर से 8 फरवरी : 52 दिन
2016-17 : 1 नवंबर से एक जनवरी : 62 दिन
नोट : 2016-17 के 62 दिन बाद इस सीजन में 107 दिन से बारिश नहीं हुई. 8 मार्च को रांची, जमशेदपुर में बारिश हुई.
करीब 10 फरवरी तक नमी बनी रही. इसके बाद मौसम ड्राइ होते जाने के कारण नमी खत्म होते जा रही है. ठंढ में होने वाली मौसमी बारिश नहीं होने के कारण और प्रतिदिन सप्लाई होने के कारण वाटर लेबल घट रहा है. अगर मार्च-अप्रैल में होने वाली मौसमी बारिश नहीं हुई तो गर्मी में थोड़ी दिक्कतें रूक्का को लेकर आ सकती है. हटिया और गोंदा डैम में पूरी गर्मी के लिए पर्याप्त पानी है. (निरंजन कुमार, एसई, रांची सर्किल, पीएचईडी)