Simdega: स्वच्छ भारत सुंदर भारत अभियान दम तोड़ता दिख रहा है. मार्केट कॉम्पलेक्स में कचरे का अंबार लग गया है. एजेंसी ने पैसे नहीं मिलने की बात कही. वही नगर परिषद पदाधिकारी ने इससे अनभिज्ञता जताते हुए दुकानदार व एजेंसी के बीच का मामला बताया. हालांकि मार्केट कॉम्पलेक्स के चारों ओर कचरों का अंबार लगा हुआ है. लोगों को कचरों के बीच से आना जाना पड़ रहा है. व्यवसायी प्रदीप केसरी ने कहा कि पिछले 8-10 दिनों से नगर परिषद क्षेत्र के मार्केट कॉम्पलेक्स में सफाई करने वाला एजेंसी का कर्मचारी व कचरा उठाने वाला गाड़ी नहीं आ रहा है. इससे क्षेत्र में चारों ओर कचरा भर गया है. ज्ञात हो कि जिले में कचरा का उठाव श्याम एजेंसी के माध्यम से किया जा रहा है. आरोप है कि एजेंसी के कर्मचारी दुकानदारों से बड़ी राशि देने की मांग करते हैं जो मार्केट कॉम्पलेक्स के दुकानदार देने में असमर्थ है. श्याम एजेंसी ने कचरा उठाव बंद कर दिया है. आरोप है कि सिमडेगा की विभिन्न मोहल्ले में मे भी एजेंसी के वर्कर पैसा वसूली के लिए मोहल्ले वालों को डराते धमकाते हैं. जबकि मोहल्ला में नियमित रूप से कचरा उठाने के लिए गाड़ी नहीं जाती है. और ना ही मोहल्ले में झाड़ू करने एजेंसी का कर्मचारी आता है.
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राशि को लेकर एजेंसी और दुकानदारों में ठनी
अधिकांश मोहल्ले में कचरा उठा कर रखने वाले बॉक्स को भी एजेंसी के द्वारा व्यवस्था नहीं की गयी है. श्याम एजेंसी के संचालक नीरज चौधरी ने कहा कि मार्केट कॉम्प्लेक्स के दुकानदार कचरा उठाव के बदले में शुल्क देना नहीं चाह रहे हैं. वहीं दुकानदारों का कहना है कि एजेंसी के द्वारा मनमाना शुल्क देने के लिए दबाव बनाया जा रहा है. इन दोनों के बीच में मार्केट कॉम्पलेक्स में आने वाले ग्राहक व राहगीर पीस रहे हैं. जिले का हृदय स्थली कहा जाने वाला मार्केट कॉम्पलेक्स की सुंदरता कचरे के कारण नष्ट हो रही है. नगर परिषद के दंडाधिकारी सुमित महतो ने कहा कि मार्केट कॉम्लेक्स से कचरा नहीं उठाई जाने की जानकारी उन्हें नहीं है. एजेंसी वालों ने पहले भी मार्केट कॉम्पलेक्स से पैसा नहीं मिलने की शिकायत की थी. मामले को फिर देखूंगा.
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