Pancham Prasad
Simdega: वर्ष 2023 अब अपने अस्ताचल की ओर अग्रसर हो चला है. एसपी सौरभ ने पुलिस महकमे का साल भर का लेखा जोखा प्रस्तुत किया. सिमडेगा में पूरे वर्ष के पुलिसिया कार्य की बात करें तो पुलिस पिछले वर्ष 2022 की तुलना में वर्ष 2023 में बेहतर कार्य किया है. अपराध घटे लेकिन जिले में सड़क दुर्घटनाओं के मामलों में इजाफा हुआ है. वर्ष 2023 में सिमडेगा पुलिस पूरे वर्ष अपराध रोकने और अपराधियों पर लगाम लगाने में जुटी रह. इसका नतीजा रहा कि वर्ष 2022 की तुलना में वर्ष 2023 में अपराध के आंकड़ों में कमी आई है. लेकिन सिमडेगा में नशापान अधिक हावी रहा, जिसके कारण सड़क दुर्घटनाओं में काफी इजाफा देखने को मिला. अगर जिले में अपराध के आंकड़ों पर नजर डालें तो वर्ष 2022 में 50 हत्या प्रतिवेदित हुई थी, जबकि 2023 में 36 हत्या की घटना हुई. बीते दो सालों से जिले में उग्रवादी हत्या नहीं हुई है. वहीं 2022 में डकैती के दो मामले दर्ज किए गए थे, जबकि 2023 में डकैती के सिर्फ एक मामले दर्ज किए गए हैं. 2022 में लूट के 7 घटना हुई थी, 2023 में लूट केस 6 कांड दर्ज किए गए. इसी तरह 2022 में गृहभेदन के 20 मामले हुए थे, वहीं 2023 में गृहभेदन के 13 मामले दर्ज किए गए. चोरी की 68 घटनाएं 2022 में प्रतिवेदित की हुई थी, वहीं 2023 में चोरी के महज 54 मामले दर्ज किए गए. रंगदारी के 08 मामले 2022 में प्रतिवेदित हुए वहीं 2023 में रंगदारी के तीन मामले दर्ज किए गए.
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अपहरण की घटनाओं में कमी
इसी तरह 2022 में दंगा का एक मामला हुआ लेकिन 2023 में दंगा के दो मामले प्रतिवेदित हुए. साल 2022 में अपहरण के 25 मामले दर्ज किए गए थे, जबकि 2023 में अपहरण के बाद 19 मामले दर्ज किए गए. 2022 में बलात्कार के 47 मामले दर्ज किए गए थे जबकि 2023 में बलात्कार के 45 मामले दर्ज किए गए. इसी तरह दहेज प्रताड़ना के छह मामले 2022 में दर्ज किए गए थे, लेकिन 2023 में दहेज प्रताड़ना के मामले बढ़ कर 8 मामले दर्ज किए गए हैं. 2022 में दहेज मामले में हत्या नहीं हुई थी, लेकिन 2023 में दहेज मामले में एक हत्या दर्ज की गई. 2022 में शस्त्र अधिनियम के 07 मामले दर्ज किए गए थे जबकि 2023 में शस्त्र अधिनियम के तीन मामले दर्ज किए गए. 2022 में उत्पाद अधिनियम के तीन मामले प्रतिवेदन किए थे जबकि 2023 में उत्पाद अधिनियम के 08 मामले दर्ज किए गए. 2022 में मादक द्रव्य अधिनियम के 07 मामले प्रतिवेदन हुए थे जबकि 2023 में मादक द्रव्य अधिनियम के पांच मामले दर्ज किए गए. 2022 में जुआ अधिनियम के चार मामले दर्ज किए गए थे 2023 में भी जुआ के चार मामले दर्ज किए गए.
सड़क हादसे में इजाफा
2022 में मार्ग दुर्घटना की अगर हम बात करें तो 119 मामले दर्ज किए गए थे जबकि 2023 में मार्ग दुर्घटना में इजाफा हुआ है. 2023 में अभी तक 133 मार्ग दुर्घटना के मामले दर्ज किए गए हैं. एसटी एससी के तीन मामले 2022 में दर्ज किए गए थे जबकि एसटी एससी से संबंधित आठ मामले 2023 में दर्ज किए गए. महिला अत्याचार के चार मामले 2022 में दर्ज किए गए थे, जबकि महिला अत्याचार के सिर्फ एक मामले 2023 में दर्ज किए गए हैं. उग्रवादी घटना के मामलों में भी इजाफा हुआ है. 2022 में 01 उग्रवादी घटना प्रतिवेदित हुई थी वहीं 2023 में 6 उग्रवादी घटना दर्ज हुई. दान प्रथा अधिनियम के 6 मामले 2022 में प्रतिवेदित हुए थे जबकि 2023 में डायन प्रथा अधिनियम के तीन मामले दर्ज किए गए. 2022 में मानव तस्करी के पांच मामले दर्ज किए गए थे वहीं 2023 में मानव तस्करी के पांच मामले दर्ज किए गए. ठगी और जलसाजी के 36 मामले 2022 में दर्ज किए गए थे वहीं 2023 में ठगी और जालसाजी के 13 मामले दर्ज किए गए. गोवंशीय हत्या के 13 मामले 2022 में हुए थे जबकि 2023 में गोवंश हत्या के 12 मामला दर्ज किए गए. विविध मामलों में 2013 मामले 2022 में दर्ज हुए थे, जबकि विविध मामलों में कुल 181 मामले 2023 में दर्ज किए गए. पिछले वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष 55 मामले काम दर्ज हुए हैं. सिमडेगा पुलिस आने वाले 2024 में और बेहतर तरीके से काम करते हुए आपराधिक मामलों में कमी लाने के प्रयास करेगी.
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सड़क हादसे पर लगाएंगे लगाम : एसपी सौरभ
सिमडेगा एसपी सौरभ ने बताया कि इस वर्ष जो दुर्घटनाओं के मामले बढ़े हैं. जिसको देखते हुए वर्ष 2024 में सिमडेगा पुलिस सड़क दुर्घटनाओं पर विशेष फोकस करते हुए सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए विशेष रणनीति के तहत काम करेगी. ताकि आने वाले समय में लोग सुरक्षित सफर कर सकें और जिले में दुर्घटनाओं के आंकड़ों में कमी आ सके. सिमडेगा पुलिस ने वर्ष 2024 के लिए अपने लक्ष्य निर्धारित कर लिए हैं। उम्मीद की जा सकती है कि आने वाले समय में सिमडेगा जिला में अपराध और घटेंगे और जो सबसे बड़ी समस्या सामने आ रही है सड़क दुर्घटना की. उस पर भी पुलिस निश्चित रूप से अंकुश लगाएगी.