Sisai (Gumla) : सड़क दुर्घटना में शुक्रवार को पति-पत्नी की मौत हो गई. वहीं बेटा गंभीर रूप से घायल हो गया. घायल का इलाज सिसई के एक निजी अस्पताल में चल रहा है. डॉक्टर ने उसे खतरे से बाहर बताया है. मृतक की पहचान लकया गांव निवासी नंदराम उरांव (50) व मुन्नी देवी (45) के रूप में की गई है. दोनों पति-पत्नी थे. वहीं गम्भीर रूप से घायल जय श्री उरांव (20) दोनों का बेटा है. घटना की जानकारी मिलते ही गांव में मातम पसर गया है. वहीं परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है. पुलिस ने मृतकों के शव को पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार शुक्रवार को जेएच 1डी क्यू 1966 हीरो साइन बाइक से नंदराम अपनी पत्नी और बेटे के साथ ससुराल समल जोरगो टोली जा रहे थे. उनका बेटा जयश्री बाइक चला रहा था. इसी क्रम में महुदा बरटोली के समीप बाइक अनियंत्रित होकर एक पेंड़ से टकरा गई. घटना में तीनों को सिर और शरीर के अन्य हिस्सों में गंभीर चोट लगी. तीनों में से किसी ने हेलमेट नहीं पहना था. सुनसान सड़क होने के कारण काफी देर तक तीनों सड़क किनारे ही पड़े रहें. जिससे पति-पत्नी की मौत हो गई. समय पर इलाज मिलता तो शायद दोनों की जान बच सकती थी. काफी देर बाद वहां से गुजर रही सहिया रंथी की नजर घायल तीनों लोगों पर पड़ी. रंथी ने पुलिस को सूचना दी और एक वीडियो बनाकर सहिया और ग्राम संगठन वाट्सएप ग्रुप में डाली, जिससे तीनों की पहचान हो सकी. सूचना पर गश्ती कर रहे एएसआई रघुनंदन प्रसाद राव मौके पर पहुंचे और तीनों को रेफरल अस्पताल पहुंचाया. जंहा डॉक्टरों ने नंदराम और मुन्नी देवी को मृत घोषित कर दिया. सहिया रंथी बैठक में शामिल होने सिसई जा रही थी.
रेफरल अस्पताल में काफी देर तक तड़पता रहा युवक
रेफरल अस्पताल सिसई में डॉक्टरों की हड़ताल के कारण जयश्री उरांव काफी देर तक अस्पताल परिसर में तड़पता रहा. उसकी गंभीर स्थति को देखते हुए मुखिया सुगिया देवी, सहिया मुन्नी देवी और सहिया रंजू देवी ने जयश्री को उठाकर सिसई के निजी अस्पताल में इलाज के लिए ले गई. जहां डॉक्टरों ने उसका इलाज शुरू किया, तब जाकर उसकी स्थिति में थोड़ा सुधार आया.
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