Ranchi: झारखंड राज्य अनुबंधित पारा चिकित्सा कर्मी संघ और झारखंड राज्य एनआरएचएम, एएनएम, जीएनएम कर्मचारी संघ के बैनर तले हड़ताल का 13वां दिन है. जबकि आमरण अनशन का छठा दिन है. अनशन पर बैठे कुल 21 कर्मचारियों में 6 लोगों को अस्पताल में भर्ती करना पड़ा है. इनमें एएनएम संघ की प्रदेश महासचिव वीणा कुमारी ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं. जबकि हजारीबाग के नवीन रंजन की तबीयत दोबारा बिगड़ जाने के बाद उन्हें भी सदर अस्पताल में भर्ती किया गया है. वहीं जामताड़ा की अनीता और नंदनी की तबीयत बिगड़ने के बाद सदर अस्पताल के आईसीयू में भर्ती किया गया है. रविवार को लातेहार की अरुणा टोप्पो और हजारीबाग की सुनीता कुमारी की तबीयत खराब होने के बाद सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
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राज्य सरकार को अविलंब स्वास्थ्य कर्मियों से करनी चाहिए बात
बोरियो विधायक लोबिन हेंब्रम ने कहा कि अनुबंध कर्मियों की मांग पर हम एक इंच भी पीछे नहीं हटेंगे. सभी स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी अपने लोग हैं, और राज्य सरकार को अविलंब इन लोगों से वार्ता करनी चाहिए. इनकी मांगों को पूरा करना चाहिए. अब काफी देर हो गई है. वहीं सदर अस्पताल में भर्ती अनशनकारियों से भी लोबिन ने मुलाकात की और उनका हालचाल जाना.
सरकार चाहे तो नियमितीकरण की राह आसान
झारखंड राज्य अनुबंधित पारा चिकित्सा कर्मी संघ के अध्यक्ष विनय कुमार ने कहा कि दिन प्रतिदिन हमारे साथियों की स्थिति बिगड़ते जा रही है. लेकिन अब तक सरकार का कोई भी नुमाइंदा हमलोगों से मिलने नहीं आया है. सरकार चाहे तो अनुबंध कर्मियों को नियमित कर सकती है. लेकिन इच्छाशक्ति की कमी है.
अनुबंध कर्मियों के हड़ताल पर जाने से स्वास्थ्य सेवाओं पर पड़ा असर
अनुबंध कर्मियों के हड़ताल पर जाने से स्वास्थ्य सेवाओं पर असर पड़ा है. राज्य भर के 70% कर्मचारी हड़ताल में है. इनमें एएनएम-जीएनएम, लैब टेक्नीशियन, फार्मासिस्ट, एक्सरे टेक्नीशियन मुख्य रूप से शामिल हैं.