NewDelhi : कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव कोई भी लड़ सकता है. सोनिया गांधी ने सोमवार को यह कहते हुए सांसद शशि थरूर को चुनाव लड़ने के लिए हरी झंडी दे दी. स्पष्ट रूप से कहा कि जो भी चाहे, कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ सकता है. कहा कि पार्टी कोई भी आधिकारिक उम्मीदवार नहीं देगी. किसी को भी कांग्रेस पार्टी का उम्मीदवार नहीं बताया जायेगा. बता दें कि सोनिया गांधी ने यह बात तब कही है जब कि कई राज्यों की पार्टी यूनिट राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाने के लिए प्रस्ताव पारित कर चुकी हैं. इसमें राजस्थान, जम्मू-कश्मीर, गुजरात और छत्तीसगढ़ की कांग्रेस इकाई भी शामिल हैं.
Entire party is immersed in making #BharatJodoYatra a success. Even so it’s important to reiterate that any member is welcome to contest for Congress President. This is a democratic & transparent process. Nobody needs anybody’s nod to contest, especially that of party leadership.
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) September 20, 2022
राजस्थान के CM अशोक गहलोत भी थाल ठोकेंगे
खबर है कि अब शशि थरूर को भी अध्यक्ष पद का चुनाव लडऩे की हरी झंडी मिल गयी है. हालांकि थरूर ने अपनी उम्मीदवारी को लेकर अभी कुछ भी नहीं कहा है. खबर है कि मैदान में राजस्थान के CM अशोक गहलोत भी ताल ठोकेंगे. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने भी कहा है कि जो चाहे, अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ सकता है. कहा कि यहीं सोनिया और राहुल गांधी का स्टैंड है. यह एक खुली हुई लोकतांत्रिक और पारदर्शी प्रक्रिया है. किसी को भी चुनाव लडऩे के लिए किसी से मंजूरी लेने की जरूरत नहीं है.
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राहुल गांधी अध्यक्ष पद का चुनाव लडऩे को तैयार नहीं
पहले से ही राजनीतिक गलियारों में इस बात की चर्चा थी कि शशि थरूर अध्यक्ष पद का चुनाव लडऩा चाहते थे. इसे लेकर वह सोमवार को सोनिया गांधी से मिलने पहुंचे थे. पहले कांग्रेस की तरफ से कहा गया था कि 21 अगस्त से 20 सितंबर को बीच अध्यक्ष पद के लिए चुनाव होगा. अगर कोई भी चुनाव लडऩा चाहता है तो उसको कम से कम 10 पदाधिकारियों का समर्थन चाहिए. कहा गया है कि राहुल गांधी अध्यक्ष पद का चुनाव लडऩे को तैयार नहीं थे इसलिए चुनाव ही टाल दिये गये.
राहुल गांधी को चुनाव लड़ने पर सहमत करने की कोशिश कर रहे हैं
हालांकि कांग्रेस की कई वरिष्ठ नेताओं ने कहा कि वे राहुल गांधी को इसके लिए सहमत करने की कोशिश कर रहे हैं. जान लें कि कांग्रेस अध्यक्ष के पद पर अब तक अधिकतर गांधी परिवार के ही लोग रहे हैं. केवल दो बार ही पार्टी में अध्यक्ष पद का चुनाव हुआ है. 1997 में सीताराम केसरी के खिलाफ राजेश पायलट और शरद पवार ने चुनाव लड़ा था. हालांकि जीत सीताराम केसरी की ही हुई थी. साल 2000 में सोनिया गांधी के खिलाफ जितेंद्र प्रसाद ने पर्चा भरा था. उन्हें केवल 94 वोट मिले और वे बुरी तरह से हार गये.
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