LagatarDesk : बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है. सोनू सूद पर 20 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी का आरोप लगा है. आयकर विभाग ने तीन दिनों तक एक्टर और उनके नजदीकियों से जुड़े अलग-अलग ठिकानों पर सर्च की. यह सर्च मुंबई, कानपुर, जयपुर, दिल्ली, गुरुग्राम सहित 28 ठिकानों पर की गयी. जिसके बाद सीबीडीटी ने यह आरोप लगाया है. सूत्रों की मानें तो विभाग को सर्च के दौरान टैक्स की बड़ी हेराफेरी के पुख्ता सबूत भी मिले हैं.
सर्च के दौरान 1 करोड़ 8 लाख कैश बरामद
बता दें कि सर्च के दौरान आयकर विभाग की टीम को 1 करोड़ 8 लाख रुपये कैश बरामद हुए है. जबकि 11 लॉकर्स के बारे में भी पता चला है. जानकारी के अनुसार, सोनू सूद पर आरोप है कि उन्होंने फर्जी संस्थाओं से गलत तरीके से ढेर सारे पैसे लिए हैं. ऐसे बोगस लोन और बोगस बिलिंग के कई दस्तावेज उनके ठिकानों से पाये गये हैं.
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65 करोड़ की हेराफेरी से जुड़े कागजात बरामद
आयकर विभाग की टीम ने करीब 65 करोड़ की हेराफेरी से जुड़े कागजात बरामद किये हैं. सर्च में ये भी पता चला है कि करोड़ों रुपये का कैश और डिजिटल ट्रांजैक्शन भी इस इंफ्रास्ट्रक्चर ग्रुप ने किया है. जिसको अकाउंट बुक में दर्शाया नहीं गया है. इस कंपनी ने जयपुर की एक फर्जी इंफ्रास्ट्रक्चर ग्रुप में 175 करोड़ रुपये का इन्वेस्टमेंट दिखाकर टैक्स की चोरी की है.
सोनू सूद चैरिटी फाउंडेशन ने ऐसे जुटाया पैसा
सोनू सूद ने कोरोना की पहली लहर में माइग्रेंट मजदूरों के मसीहा के रूप में काम किया. उन पर आरोप है कि उन्होंने मजूदरों की मदद के लिए सोनू सूद चैरिटी फाउंडेशन बनाया. इस फाउंडेशन के नाम पर 2020 जुलाई में 18 करोड़ से अधिक का डोनेशन जुटाया. अप्रैल 2021 तक इस फंड से 1.9 करोड़ राहत कार्यों पर खर्च किया गया. बाकी के 17 करोड़ नॉन प्रॉफिट बैंक में बिना इस्तेमाल के रखे गये हैं. जांच के दौरान यह भी पता चला है कि FCRA का उलंघन करते हुए सोनू सूद की इस चैरिटी फाउंडेशन में 2.1 करोड़ जमा किये गये.
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