Sonua : गुदड़ी के गिरु नाले में सोमवार सुबह करीब पांच बजे यात्रियों से भारी एक बस डूबते-डूबते बच गई. उफनाती गिरु नाले के बीच जैसे ही बस पहुंची वैसे ही बस में सवार यात्री डर से चिल्लाने लगे. इसे देख आसपास के स्थानीय ग्रामीण गिरु नाला पहुंचे और यात्रियों की मदद की. लेकिन, समय बीतने को साथ नाले के जलस्तर बढ़ाने लगा. आनन-फानन में ग्रामीणों ने ट्रैक्टर के सहारे नाले के बीच फंसे बस को बाहर निकाला. बस के सुरक्षित सड़क पर आने पर उसमें सवार यात्रियों ने राहत की सांस ली. इस बीच करीब आधे घंटे तक बस नाले के बीचो-बीच फांसी रही.
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बस का इंजन बंद होने से रुक गई बस
मिली जानकारी के मुताबिक गुदड़ी से चक्रधरपुर चलने वाली राम-बलराम नामक बस अपनी तय समय से यात्रियों को लेकर गुदड़ी से चक्रधरपुर के लिए रवाना हुई. गिरु नाले पार करते समय नाले में अचानक पानी का जलस्तर बढ़ने लगा जिससे बस के इंजन में पानी घुस गया व बस का इंजन बंद हो गया. उसे ग्रामीणों ने किसी तरह बाहर निकाला. एक अन्य घटना में गुदड़ी के कांसकेल में निर्माणाधीन एकलव्य विद्यालय की सामग्री लेकर आ रहा एक ट्रैक्टर भी कमारगांव के पास कारो नदी पार करते समय फंसा गया. जिसे भी ट्रैक्टर के सहारे नदी से बाहर निकाला गया. ज्ञात हो कि पोड़ाहाट क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों से बारिश होने से क्षेत्र के कारो व उसके सहायक नाले के अलावा संजय नदी का जलस्तर बढ़ने लगा हैं.
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गुदड़ी के कारो व अन्य नदियों में नहीं हैं पुल-पुलिया
ज्ञात हो कि गुदड़ी राज्य भर में सबसे पिछड़े हुए क्षेत्र में से एक हैं. यहां पर कारो, कोयल समेत अन्य कई छोटे-बड़े नदी, नालो में पुल-पुलिया भी नहीं हैं. इसी कारण क्षेत्र के करीब आधे से अधिक आबादी बारिश के दिनों में टापू समान जिंदगी जीते हैं. नदी व नालों में पानी भर जाने से महिनों तक ग्रामीण अपने गांव में कैद रहते हैं. उनका प्रखंड व जिला मुख्यालय के साथ सम्पर्क कट जाता हैं. हांलांकि, वर्तमान गुदड़ी प्रखंड के यातायात सुविधा के लिए गिरु नाले व कारो नदी के टोमडेल पंचायत जिलिंगगुटू के पास पुल का निर्माण कार्य चल रहा हैं.