Gaurav Prakash
Hazaribagh: जलस्रोतों को भरना और उसके साथ छेड़छाड़ करना कानूनन अपराध है. इसके बावजूद हजारीबाग में कई इलाकों में जलस्रोतों का अतिक्रमण किया जा रहा है. इसे देखते हुए हजारीबाग जिला प्रशासन ने तय किया है कि सिर्फ हजारीबाग नगर निगम क्षेत्र ही नहीं बल्कि ग्रामीण इलाकों में भी वैसे लोग, जिन्होंने जलस्रोत का अतिक्रमण किया है उस पर कार्रवाई करेगी. हजारीबाग उप विकास आयुक्त प्रेरणा दीक्षित ने बताया कि हमलोग अब नगर निगम क्षेत्र के बाहरी इलाकों में भी विशेष ड्राइव चलाने जा रहे हैं. इसमें वैसे लोग जो जलस्रोतों का अतिक्रमण करेंगे उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. जलस्रोतों के साथ छेड़छाड़ करना बेहद संगीन मामला है. हमलोगों को समझना चाहिए कि जलस्रोत हमारे लिए कितना महत्वपूर्ण है. इसके बावजूद कई लोग हैं, जो जलस्रोतों के साथ छेड़छाड़ कर रहे हैं.
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पिछले दिनों शुभम संदेश ने प्रमुखता के साथ इस खबर को प्रकाशित की थी. इसमें हजारीबाग के कोर्रा, जरबा के 2 तालाबों को भूमाफियाओं ने अतिक्रमण कर लिया है. वहां मिट्टी भरने का काम भी किया गया है. इस खबर पर कार्रवाई करते हुए बीडीओ ने भी सर्वे किया था. स्पष्ट किया था कि जो लोग भी जलस्रोत भर रहे हैं उन पर कार्रवाई करेंगे. हजारीबाग का यह जलस्रोत अब नगर निगम इलाके में पड़ता है. ऐसे में नगर निगम की मेयर रोशनी तिर्की ने भी बताया कि कुछ लोगों के द्वारा यह काम किया गया है. हमलोग उस पर कार्रवाई करने जा रहे हैं. जलस्रोतों को अतिक्रमण से मुक्त कराया जाएगा. नगर आयुक्त का अतिरिक्त प्रभार हाल ही में प्रेरणा दीक्षित को दिया गया है .उन्होंने कहा कि हमलोग जब भी भवन का नक्शा पास करते हैं तो उसमें विशेष रूप से देखते हैं कि वाटर हार्वेस्टिंग की व्यवस्था है या नहीं. भवन जो बन रहा है, वह जलस्रोत के आसपास या जलस्रोत के ऊपर तो नहीं बन रहा है. हमलोगों ने टाउन प्लानर को विशेष रूप से हिदायत भी दिया है कि वह स्थल निरीक्षण करने के बाद ही अपना रिपोर्टिंग करें. उन्होंने नगर निगम ही नहीं, बल्कि उसके बाहरी इलाकों में भी नजर रखने को कहा है.
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