Ranchi: झारखंड के कानून व्यवस्था को लेकर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने कहा है कि इस सरकार में राज्य की विधि-व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है. झारखंड में अपराधी बेलगाम हैं, आम आदमी भयभीत और मजबूर हैं. ऐसा लग रहा जैसे राज्य में कानून का शासन नहीं बल्कि जंगलराज है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के मुखिया और बड़े बड़े अधिकारी आत्मचिंतन करें कि आखिर धनबाद का एक डॉक्टर किन परिस्थितियों में अपना घर द्वार छोड़कर पलायन को मजबूर हो गया. क्यों साहेबगंज के एक कांट्रैक्टर को राज्य के वरिष्ठ मंत्री से जान का खतरा है. क्यों उन्हें सुरक्षा के लिये कोर्ट की शरण में जाने की मजबूरी है. दीपक प्रकाश ने कहा कि पुलिस-प्रशासन को कानून का राज चले इसका प्रयास करना चाहिए.
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पंचायत चुनाव में पिछड़ों के आरक्षण पर राज्य सरकार की मंशा साफ नहीं थी
पंचायत चुनाव में पिछड़ी जाति के आरक्षण से संबंधित याचिका पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान करते हुए दीपक प्रकाश ने कहा कि पिछड़े समाज को आरक्षण देने में राज्य सरकार विफल रही है. राज्य सरकार की नाकामियों के कारण पिछड़ा वर्ग पंचायत चुनाव में आरक्षण से वंचित हो गया. उन्होंने कहा कि न्यायालय के निर्णय के आलोक में हेमंत सरकार चाहती तो आरक्षण देने की पहल कर सकती थी, लेकिन राज्य सरकार की नीति और नियत दोनों साफ नहीं है. इस संबंध में राज्य सरकार ने कोई रुचि नहीं दिखाई.