Ranchi : मेयर आशा लकड़ा ने बुधवार को कहा कि दो वर्ष बाद झारखंड के लोग इस वर्ष सरहुल व रामनवमी त्योहार को लेकर काफी उत्साहित हैं. परंतु राज्य सरकार की मानसिकता सरना व सनातन विरोधी है. फिलहाल राज्य में कोरोना संक्रमण से संबंधित मामले भी कम आ रहे हैं. जब राज्य सरकार को सरहुल व रामनवमी के जुलूस में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं की संख्या सीमित ही करनी थी, तो यह घोषणा कुछ दिन पहले ही कर देना उचित होता.
संख्या सीमित करना अनुचित
फिलहाल सरना धर्म मानने वाले लोग सरहुल की तैयारी पूरी कर चुके हैं. सनातन धर्म के लोग भी रामनवमी की तैयारी में जुट चुके हैं. ऐसे में राज्य सरकार ने सीमित संख्या में शोभायात्रा निकालने व डीजे पर पाबंदी लगाकर श्रद्धालुओं के मन को कुंठित करने का काम किया है.
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