Ranchi : कोरोना संक्रमण के कारण झारखंड के सभी शैक्षणिक संस्थान मार्च 2020 से बंद हैं. इसमें प्राथमिक विद्यालय भी शामिल थे, जो कि अबतक बंद हैं. सरकारी स्कूल के बच्चों को पिछले एक साल से भी अधिक समय से यानि 17 मार्च, 2020 से ही घरों पर ही मध्याह्न भोजन के लिए चावल और कुकिंग कॉस्ट की राशि दी जा रही है. अब ऐसे हालात में झारखंड राज्य मध्याह्न भोजन प्राधिकरण ने आदेश जारी किया है कि बच्चों को एक जनवरी 2021 से 31 मार्च तक चावल दिया जाएगा. कुकिंग कॉस्ट और पूरक पोषाहार की राशि के लिए अगल से निर्देश जारी किया जाएगा.
कुकिंग कॉस्ट की राशि दी जाएगी
ज्ञात हो कि वर्तमान में केवल आठवीं कक्षा के छात्रों के लिए मध्याह्न भोजन दिया जाता था, लेकिन कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए अब उसे भी बंद कर दिया गया है. इसके बाद अब उन्हें भी चावल और कुकिंग कॉस्ट की राशि दी जाएगी. जनवरी से मार्च तक कुल 68 दिनों का चावल दिया जाएगा. कक्षा एक से पांच तक के छात्रों को 6 किलो 800 ग्राम चावल और कक्षा छह से आठ के लिए 10.20 किलोग्राम चावल देने का आदेश दिया गया है. वहीं मध्याह्न भोजन के लिए जिले में अतिरिक्त चावल का आवंटन कर दिया गया है. वहीं चावल का उठाव भी कर लिया गया है, मगर झारखंड के सभी छात्र– छात्राओं तक चावल नहीं पहुंच पा रहा है. कुछ छात्र–छात्राएं अबतक सरकार की तरफ से मिलने वाली सामग्रियों से वंचित हैं.