Ranchi : पंचायत सचिव अभ्यर्थी नियुक्ति की मांग को लेकर मंत्रियों के आवासों का चक्कर लगा रहे हैं. ये लोग पिछले कई साल से अपनी नियुक्ति की मांग को लेकर संघर्ष कर रहे हैं. बुधवार को झारखंड कैबिनेट की बैठक होनी है. ऐसे में पंचायत सचिव अभ्यर्थी को यह उम्मीद है कि उनकी नियुक्ति का रास्ता साफ हो सकता है. पंचायत सचिव के सफल अभ्यर्थी गुलाम हुसैन ने कहा- हम मंत्री आवास का चक्कर लगा रहे हैं. लेकिन समय निर्धारित नहीं हो रहा. हम ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के आवास से अब मंत्री मिथिलेश ठाकुर, जगरनाथ महतो के पास अपनी लंबित नियुक्ति की मांग को लेकर आए हैं. अब उम्मीदें बढ़ गई है. ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम ने आश्वस्त किया है कि जल्द ही हम लोगों को नियुक्ति पत्र मिलने वाला है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से सिर्फ अप्रूवल लेना है. वहीं गुलाम हुसैन ने कहा है अब देखना होगा कि कैबिनेट की बैठक में पंचायत सचिव अभ्यर्थियों की नियुक्तियों का मामले पर मुख्यमंत्री मुहर लगाते हैं या नहीं.
साल 2019 से कर रहे इंतजार
बता दे कि झारखंड कर्मचारी चयन आयोग की तरफ से 2017 में 3088 पदों के लिए विज्ञापन निकला था, जिसमें कुल 6 तरह के पोस्ट थे. 2 तरह के पोस्ट जिला स्तर और 4 तरह के पोस्ट राज्य स्तर के थे. पंचायत सचिव पद के लिए 50 प्रतिशत सीट महिलाओं के लिए आरक्षित की गई थी. इस वेकेंसी के लिए लिखित परीक्षा 21, 28 जनवरी और 4 फरवरी 2018 को हुई थी. सफल अभ्यर्थियों की स्किल और टाइपिंग टेस्ट 1 जुलाई से 8 जुलाई 2019 तक हुआ. उसके बाद सफल अभ्यर्थियों का डाक्यूमेंट्स वेरिफिकेशन 27 अगस्त से 31 अगस्त और 3 सितंबर से 7 सितंबर 2019 तक दो पालियों में किया गया. फिर मामला हाईकोर्ट से सुप्रीम कोर्ट तक गया. फैसला आने के बावजूद अबतक मेधा सूची जारी नहीं की गई है.
इसे भी पढ़ें– रोहित शर्मा रचेंगे इतिहास, लगातार आठ टी-20 वर्ल्ड कप खेलने वाले बनेंगे पहले भारतीय
Subscribe
Login
0 Comments