Musabani : सुरदा माइंस के मजदूरों ने सम्मानजनक रोजगार की मांग को लेकर शनिवार को अपने परिवार के साथ दो दिन के धरने पर बैठ गए. सुबह 10 बजे से शाम चार बजे तक चले इस धरने में बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हुईं. गौरतलब है कि सुरदा माइंस का लीज नवीकरण नहीं होने के कारण पिछले 16 माह से माइंस और कंस्ट्रेटर प्लांट के 1500 मजदूर बेरोजगार बैठे हुए हैं. इस दौरान आर्थिक तंगी के कारण कई मजदूरों को असमय मौत हो गई है. मजदूरों के बच्चों का स्कूल में फीस जमा नहीं होने के कारण उनका स्कूल जाना बंद हो गया है.
मांगें नहीं सुनी गईं तो 10 से आमरण अनशन करेंगे चार मजदूर
मजदूर अपने परिवार के भरण-पोषण के लिए सम्मानजनक रोजगार की मांग को लेकर पिछले 13 जुलाई से प्रदर्शन कर रहे हैं. अपनी मांगें नहीं पूरी होते देख मजदूरों ने आज से दो दिवसीय धरना दिया है. मजदूरों का कहना है कि अब भी एचसीएल प्रबंधन उनकी बात नहीं सुनता है तो मंगलवार से चार मजदूर आमरण अनशन पर बैठेंगे, जिसमे मजदूरों के परिवार के लोग भी बड़ी संख्या में शामिल होंगे.
पापा को रोजगार दे दो साहब
धरना प्रदर्शन के दौरान शामिल महिलाएं और बच्चों ने नारे लिखी तख्तियां पकड़ रखी थीं. जिनमें प्रबंधक हमारे भविष्य के साथ खिलवाड़ मत करो, पेट भूखा है साहब, पापा को रोजगार दे दो, रोजगार नहीं दे सकते हो तो इच्छामृत्यु दे दो, जैसे नारे लिखे थे. धरना में मुख्य रूप से मुसाबनी अंश 19 के जिला पार्षद बुद्धेश्वर मुर्मू, बापी डॉन, रविन्द्र साव, प्रदीप दास, सुकरा सिंह, सिर्मात बेरा, सुधा रानी बेसरा, प्रिया साव, आजसू के प्रखंड अध्यक्ष फागू सोरेन, प्रखंड सचिव राकेश मुर्मू आदि मौजूद थे.