Koderma: वन प्रमंडल पदाधिकारी सूरज कुमार सिंह ने गुरुवार को प्रेस वार्ता किया. उनके साथ आरपी सेंटर एम्स नई दिल्ली के डॉ रामकिशोर साह भी थे. प्रेस वार्ता एम्स नई दिल्ली, सीसीएल और वन विभाग के बीच एमओयू अंतर्गत दो प्रोजेक्ट की शुरुआत को लेकर किया गया. वन प्रमंडल पदाधिकारी ने बताया कि कोडरमा जिले में दो प्रोजेक्ट पर एमओयू किया गया है.
उन्होंने कहा कि इस प्रोजेक्ट को पूरा करने में लगभग एक से डेढ़ साल का समय लगेगा. बताया कि कचनार पौधे के उपयोग से लोगों की शारीरिक क्षमता में क्या वृद्धि होती है, इस पर शोध किया जायेगा. दूसरा शोध बायोमास (लकड़ी के जलावन, कोयला, गोबर का गोयठा) के उपयोग से होने वाले प्रतिकूल प्रभाव और गैस पर बनने वाले खाने के उपयोग पर किया जायेगा. सीसीएल द्वारा इस प्रोजेक्ट को सीएसआर अंतर्गत लिया गया है. उन्होंने कहा कि कोडरमा जिले के साथ-साथ हजारीबाग जिले में भी प्रोजेक्ट पर कार्य किया जा रहा है.
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पदाधिकारी ने कहा कि जिले के करीब 25 गांवों में इस पर कार्य किया जायेगा. डॉ रामकिशोर साह ने कहा कि कोडरमा जिले के 25 गांवों में सर्वे का कार्य किया जायेगा. लोगों का सैंपल कलेक्ट किया जाएगा. इसे जमाकर नई दिल्ली भेजा जायेगा. फिलहाल करीब 600 लोगों का सैंपल जमा किया गया है. उन्होंने बताया कि इस प्रोजेक्ट पर डॉ जीवन सिंह तितियार, डॉ रामेश यादव कॉर्डियोलॉजिस्ट, डॉ नंद कुमार मनोवैज्ञानिक, डॉ राकेश यादव हृदय रोग विशेषज्ञ और डॉ एस करमाकर काम कर रहे हैं.
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