NewDelhi : अर्थव्यवस्था के मुद्दे को लेकर भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के सुर में सुर मिलाते हुए चिंता जताई है. सुब्रमण्यम स्वामी ने मोदी सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए 5 ट्रिलियन इकोनॉमी को असंभव करार दिया है. स्वामी ने ट्वीट किया. अगर मैं 2019-20 से 2024-25 तक देश की जीडीपी को दोगुना करके 5 ट्रिलियन डॉलर करने की बात करता हूं तो इसके लिए मुझे हर साल जीडीपी विकास दर 14.8 प्रति वर्ष की जरूरत होगी औऱ अगर मैं ये कहूं कि मौजूदा आर्थिक नीति उस दर को कभी हासिल नहीं कर पायेगी तो क्या मैं मोदी के खिलाफ बोल रहा हूं.
If I say doubling GDP to $ 5 trillion from 2019-20 to 2024-25 means GDP growth rate of 14.8% per year, and If also I say present economic policy cannot achieve anywhere near that rate, does it mean I am attacking Modi? Do I have a Galileo problem?
— Subramanian Swamy (@Swamy39) July 23, 2021
इसे भी पढ़ें : डॉ मनमोहन सिंह ने कहा, यह खुशी मनाने का समय नहीं , आगे का रास्ता कठिन है, अर्थव्यवस्था पर चेताया
स्वामी मोदी सरकार को विभिन्न मुद्दों पर घेरते रहे हैं
इस क्रम में सुब्रमण्यम स्वामी पूछा कि क्या मुझे गैलीलियो वाली समस्या है. बता दें कि स्वामी इन दिनों लगातार मोदी सरकार को विभिन्न मुद्दों पर घेरते रहे हैं. चाहे चीन की घुसपैठ का मामला हो या पेगासस जासूसी मामला, स्वामी हल्ला बोलते रहे हैं. पेगासस जासूसी मामले में भाजपा सुब्रमण्मय स्वामी ने इजरायल के पूर्व प्रधानमंत्री बेंजमिन नेतन्याहू की सरकार पर प्रश्नचिह्न खड़े करते हुए पीएम मोदी को घेरा है.
जान लें कि नेतन्याहू के कार्यकाल के दौरान पीएम मोदी ने इजरायल का दौरा किया था, नेतन्याहू ने उन्हें मेरा दोस्त कहकर संबोधित किया था. इसके बाद भी सोशल मीडिया पर इंटरैक्शन के दौरान वह मोदी को दोस्त कहते रहे हैं.
इसे भी पढ़ें : महाराष्ट्र में भारी बारिश और भूस्खलन से 129 की मौत की खबर, सेना सहित नौसैनिक बचाव दल रेस्क्यू में जुटे
पीएम मोदी को इजरायल को पत्र लिखना चाहिए
स्वामी ने कहा कि पीएम मोदी को इजरायल को पत्र लिखना चाहिए और कहना चाहिए कि इस सॉफ्टवेयर को जिन लोगों ने खरीदा है उनके नाम सामने लाये. जान लें कि वर्तमान में नफ्ताली बेनेट इजरायल के पीएम हैं, इसी साल इजरायल में सरकार बदली है. इससे पहले नेतन्याहू प्रधानमंत्री थे और वह भारत के दौरे पर भी आये थे. रिपोर्ट्स के अनुसार इस सॉफ्टवेयर से 45 देशों के लोगों को टारगेट किया गया. फ्रांस सरकार ने इस मामले के जांच के आदेश भी दे दिये हैं. बता दें कि पेगासस सॉफ्टवेयर से कथित जासूसी मामले में भारत की संसद में हंगामा हो रहा है. यह यह अंतरराष्ट्रीय मुद्दा बनता जा रहा है.