Ranchi : भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने इंजीनियर बीरेंद्र राम पर एफआईआर करने और नौकरी से बर्खास्त करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि अगर मुख्यमंत्री ने कार्रवाई नहीं की, तो वे कहीं मुंह दिखाने के काबिल नहीं रहेंगे. बाबूलाल ने ट्विट कर कहा कि खबरों के मुताबिक धनकुबेर इंजीनियर वीरेंद्र राम के यहां ईडी के छापे के दौरान उनकी पत्नी ने ईडी पदाधिकारियों को अपने डायनिंग टेबल में यह कहकर खाना खाने नहीं दिया कि टेबल गंदा हो जाएगा. उन्होंने कहा कि यह इंजीनियर 35000 रुपये की शर्ट पहनता था और उसे धुलवाने की झंझट करने के बजाए उसी कीमत की दूसरी शर्ट खरीद लेता था. इडी इस सब की कीमत का भी हिसाब-किताब करवाये.
ऐसे डकैतों के फेंके टुकड़े पर नेता और अफसर कदमताल करते हैं
बाबूलाल ने कहा ऐसे महाभ्रष्ट कुछ सामंती लोगों के चलते हमारा दलित समाज बदनाम होता है. ताज्जुब है कि ऐसे डकैतों के फेंके चंद टुकड़े पर हमारे कुछ नेता और अफसर कदमताल करते हैं और बदनाम पूरी बिरादरी होती है. यह सब सुनकर- देखकर मन विचलित होता है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बिना देर किये इस पर एफआईआर करें. फास्ट ट्रैक कोर्ट से सजा दिलाएं और नौकरी से बर्खास्त करें, वरना सीएम कहीं मुंह दिखाने के काबिल नहीं रहेंगे.
झारखंड लूट के आरोपी 1932 के खतियानी हैं या बाहरी- निशिकांत दुबे
भाजपा के गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन आदिवासी-मूलवासी की बात करते हैं, लेकिन झारखंड को लुटवाने के लिए बाहरियों को लेकर आये. इंजीनियर बीरेंद्र राम, सीएम के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा, प्रेम प्रकाश, पूजा सिंघल, सुमन कुमार और अमित अग्रवाल क्या मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की नजर में 1932 के खतियानी हैं या फिर झारखंड लुटवाने के लिए उन्होंने बाहरियों का सहारा लिया है. निशिकांत ने कहा कि हेमंत सोरेन राज्य की भोली-भाली जनता को गुमराह कर लुटेरों के सरदार बन गए हैं.
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