New Delhi : दिल्ली से सटे यूपी के गाजियाबाद में महज साढ़े चार साल की मासूम ने किताब लिखकर इतिहास रच दिया है. 4 साल 6 महीने की एक छोटी सी बच्ची ने ‘द लायन एंड द बोन’ नाम से किताब लिखी है. जिसके लिए उसे वर्ल्ड बुक ऑफ टैलेंट रिकॉर्ड 2022 ने ‘द यंगेस्ट ऑथर ऑफ द वर्ल्ड’ के खिताब से सम्मानित किया है. इस बेहद प्रतिभाशाली बच्ची का नाम प्राविका है. वो किताब के लिए सम्मानित की जाने वाली पहली भारतीय है.
केजी में पढ़ती है गाजियाबाद की प्राविका
प्राविका की मां प्रज्ञा प्रांजली ने बताया की प्राविका वसुंधरा सेक्टर छह स्थित एमेटी इंटरनेशनल स्कूल में क्लास केजी की पढ़ाई करती है. उसकी मां ने बताया कि पढ़ाई के साथ-साथ वो कला, पेंटिंग जैसी चीजों को तेजी से समझ जाती है. उन्होंने बताया कि यह प्रक्रिया करीब एक साल लंबी रही है. प्राविका की मां ने बताया कि किताब के लिए नामांकन प्रक्रिया काफी कठिन थी. किताब में कहानी सही प्रकार से बन सके इसके लिए तिलक तनवर और आरजे आरती और राशि ने भी उनकी मदद की है. बता दें कि तिलक तनवर खुद एक गिनीज खिताब विजेता हैं.
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पुस्तक का हर एक शब्द और चित्रकारी खुद की
प्रज्ञा प्रांजली ने बताया कि इस काम में स्कूल की शिक्षिका गरिमा सक्सेना और आशा झुनझुनवाला ने भी काफी सहयोग किया, उन्होंने प्राविका को जॉली फानिक्स के जरिए पढ़ना और लिखना सिखाया जिसके बाद प्राविका ने खुद पूरी किताब लिख दी. पुस्तक का हर एक शब्द और चित्रकारी प्राविका ने खुद की है. यह पुस्तक मानवता और मित्रता जैसी सद्भावना पर आधारित है. वर्ड बुक ऑफ टैलेंट ने 2022 में पिछले 3 साल में बच्चों द्वारा लिखी गई पुस्तकों और कहानियों का अवलोकन किया फिर पुस्तक के अन्य सभी विवरण को जांचने के बाद प्राविका को खिताब से सम्मानित किया है.
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