Tamar : रविवार को तीन वर्षों से खटाई में पड़े रायडीह स्थित फ्लाईओवर निर्माण कार्य को ग्रामीणों ने बंद करवा दिया. इस दौरान मौक़े पर मौजूद तमाड़ बीडीओ गिरिजा शंकर महतो, सीओ विमल सोरेन थानेदार दीपक कुमार सिंह समेत फोर लेन निर्माता कंपनी भारत वाणिज्य कंट्रक्शन के अधिकारियों की उग्र रैयतों की एकता के समक्ष एक न चली. आक्रोशित रैयतों ने अधिकारियों और स्थानीय प्रशासन से स्पष्ट बातें करते हुए कहा कि मुआवजा नहीं तो काम भी नहीं होगा.
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प्रशासन काम करवाने के पक्ष में दिखा
हालांकि प्रशासन भी कड़ाई से काम शुरू करवाने के पक्ष में दिखा. प्रशासन द्वारा बताया गया कि ऊपर से स्पष्ट आदेश है कि काम में बाधा डालने वालों पर थाने में प्राथमिकी दर्ज की जायेगी. रैयतों ने कहा कि वे भी बिरसा मुंडा की माटी की उपज हैं. प्रशासन की ऐसी धमकी से वे डरने वाले नहीं हैं. रैयतों ने कहा कि वे एनएचएआई की मंशा को जानते हैं, रैयतों को विस्थापित कर काम निकाल लेने के बाद मुआवजे के लिए उनको दर-दर की ठोकरें खाना पड़ेगा.
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अर्जुन मुंडा ने कहा- रैयतों मांगे जायज
इस बीच केंद्रीय जनजातीय मंत्री सह स्थानीय सांसद अर्जुन मुंडा मौके पर पहुंचे. उन्होंने भी रैयतों का साथ देते हुए अधिकारियों से कहा कि इनकी वाजिब मांग पर पहले गौर किया जाना चाहिए और प्रशासन की ओर से मुआवजे का भुगतान करने की समुचित व्यवस्था के बाद ही काम शुरू किया जाना चाहिए. केंद्रीय मंत्री का सहयोग मिलते ही रैयत अर्जुन मुंडा जिंदाबाद, एनएचएआई मुर्दाबाद के नारे लगाने लगे. इसे पहले ही रायडीह मोड़ की सभी दूकानें धड़ाधड़ बंद हो गयी. जिसे आम लोगों को काफी परेशानी हुई. रैयत दुकानदारों ने कहा कि एनएचएआई के दबाव में यदि स्थानीय प्रशासन किसी प्रकार की अनुचित कदम उठाता है, तो रायडीह मोड की सभी दुकानें अनिश्चित कालीन बन्द कर दी जाएगी.