Baliapur : सेल के टासरा प्रोजेक्ट के आसपास की 224 एकड़ जमीन के अधिग्रहण की मांग को लेकर ग्रामीणों ने अनिश्चितकालीन चक्का जाम आंदोलन शुरू किया है. टासरा रोहड़ाबांध ग्रामीण संधर्ष समिति के बैनर तले ग्रामीण 3 जनवरी को टासरा प्रोजेक्ट के गेट के बाहर धरने पर बैठे. कर्मचारियों व वाहनों को अंदर जाने से रोक दिया. आंदोलन की वजह से कोयला उत्पादन भी प्रभावित है. प्रोजेक्ट मैनेजर उपेंद्र सिंह समेत कई पदाधिकारी मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन लोगों ने उनकी एक नहीं सुनी. आंदोलन के समर्थन में गौशाला बाजार की सभी दुकानें भी बंद रहीं.
गेट पर जमे संधर्ष समिति के अनिल सिंह, गोवर्धन मंडल, सोनू सिंह आदि ने बताया कि सेल प्रबंधन ने ग्रामीणों को वर्ष 2019 तक प्रोजेक्ट एरिया की 224 एकड़ जमीन का अधिग्रहण करने का लिखित आश्वासन दिया था, जिसे अब पूरा नहीं किया गया. प्रोजेक्ट से महज 50 फीट की दूरी पर ग्रामीणों के घर, दुर्गा मंदिर व सरकारी स्कूल है. प्रोजेक्ट में हैवी ब्लास्टिंग से सभी निर्माण क्षतिग्रस्त हो रहे हैं. घरों में दरारें पड़ रही हैं. ग्रामीण दहशत में जिंदगी गुजार रहे हैं. उन्होंने दो-टूक कहा कि जब तक प्रबंधन की ओर से जमीन अधिग्रहण के लिए सकारात्मक पहल नहीं होगी, आंदोलन जारी रहेगा.
पूरी जमीन का अधिग्रहण मुश्किल : प्रबंधक
इधर, प्रोजेक्ट मैनेजर उपेंद्र सिंह ने कहा कि ग्रामीणों का 224 एकड़ जमीन लेना कंपनी के लिए मुश्किल है. इसके लिए लगभग एक हजार परिवारों को विस्थापित करना होगा. उन्होंने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि उनकी बातों को उच्च प्रबंधन तक पहुंचा दिया जाएगा.
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