Jamshedpur : टाटा स्टील निबंधित श्रमिक संघ ने सोमवार को टाटा वर्कर्स यूनियन के सामने धरना स्थल पर समीक्षा बैठक की. इसकी अध्यक्षता संघ के महासचिव रंजीत दास ने की. उन्होंने कहा कि टाटा स्टील में नियोजन में सबसे पहला हक निबंधितों का है, जिसे टाटा स्टील प्रबंधन ने 1991 से साजिश के तहत बंद कर दिया है. टाटा स्टील प्रबंधन की वजह से 12 हजार निबंधित कर्मचारी पुत्रों का भविष्य अंधकारमय हो गया है. प्रबंधन अपने ही संस्थापकों के बनाए नियम व समझौतों का पालन नहीं कर रहा है. निबंधितों की लिखित परीक्षा से बहाली और उम्र सीमा का निर्धारण कर गलत परंपरा की शुरुआत की है.
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इससे भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया जा रहा है. कंपनी 500 निबंधितों की बहाली लिखित परीक्षा से करना गलत है. इस संबंध में टाटा स्टील और टाटा वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष व महामंत्री को पत्र लिखकर अवगत कराया गया है. इसका समाधान करने का आग्रह भी किया गया है. लेकिन यूनियन ने अभी तक कोई सकारात्मक पहल नहीं की है. बैठक में अरुण आचार्य, सुनील महंती, टिंकू साहू, अशोक तिवारी, राकेश सिंह, संतोष कुमार राय, अनिल शर्मा, विनय कुमार, सुजीत झा आदि उपस्थित थे.