New Delhi / Jamshedpur : नई दिल्ली में झारखंड सरकार की ओर से चल रहे इन्वेस्टर्स मीट के दूसरे दिन टाटा स्टील ने झारखंड में निवेशकों को आने के लिए अपनी ओर से आमंत्रित किया. साथ ही कहा कि झारखंड में हमारा निवेश जारी रहेगा. हम कुछ सहयोगियों के साथ माइंस और अन्य क्षेत्रों में इसी साल निवेश करने जा रहे हैं.दूसरे दिन के इन्वेस्टर्स मीट के दौरान झारख्ंाड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन मौजूद रहे.
टाटा स्टील ने केवल सर्वाइव नहीं किया, सफल रहा और आगे भी बढ़ा
टाटा स्टील के कारपोरेट सर्विसेस के वीपी चाणक्य चौधरी ने इन्वेस्टर्स मीट को संबोधित करते हुए कहा कि झारखंड टाटा स्टील और टाटा ग्रुप का पिछले 114 सालों से अपना घर है. हमले इसी 26 अगस्त को 114वें वर्ष पूरे होने को सेलिब्रेट किया है. उन्होंने दूसरे निवेशकों से कहा कि निवेशकों के तौर पर हमें यह देखना चाहिए कि टाटा स्टील ने वहां न सिर्फ सर्वाइव किया है, बल्कि हम सफल हैं, हम आगे बढ़े हैं. 1912 में जो 1 लाख टन का वहां उत्पादन शुरू हुआ था, आज वह 11 मिलियन टन की क्षमता में उत्पादन कर रहा है. जैसा कि प्रेजेंटेशन में दिखाया गया कि झारखंड में बहुत मिलरल्स हैं, आयरन ओर, कोल बहुत ज्यादा हैं, 30 से 40 फीसदी मिनरल्स वहां हैं. हम यही चाहेंगे कि और भी लोग बाहर से निवेश करें झारखंड में. चाणक्य चौधरी ने सरकार की ओर से सबको आमंत्रित करते हुए कहा कि हमारा जो निवेश है वह यहां खत्म नहीं होगी, हमारे बोर्ड ने 3000 करोड़ के विनेश की मंजूरी दी है, इसी साल में हमारी कुछ घोषणाएं होंगी, बोर्ड में कुछ मंजूरी लंबित हैं, वह इसी साल घोषित होंगी. हमलोग चाह रहे हैं कि माइनिंग, स्टील और वैल्यू एडेड डाउनस्ट्रीम में भी बहुत से पार्टनर के साथ हमलोग इन्वेस्ट करें.