Jamshedpur : झारखंड में टाटा स्टील की नोवामुंडी आयरन माइन को खनन में नवाचार के क्षेत्र में अनुकरणीय प्रयासों के लिए वर्ष 2020-21 का प्रतिष्ठित फेडरेशन ऑफ इंडियन मिनरल इंडस्ट्रीज (एफआईएमआई-फिमी) वेदांत सेसा गोवा माइनिंग इनोवेशन अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है. राहुल किशोर, हेड (माइनिंग ऑपरेशंस), काटामाटी आयरन माइन, टाटा स्टील ने टाटा स्टील की ओर से 29 सितंबर को नई दिल्ली में फिमी की 55वीं वार्षिक आम बैठक (एजीएम) में भारत सरकार के खान सचिव आलोक टंडन से यह पुरस्कार ग्रहण किया. पुरस्कार प्राप्त करने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए टाटा स्टील के वाइस प्रेसिडेंट (रॉ मेटेरियल्स) डीबी सुंदर रामम ने कहा कि माइनिंग अभ्यासों में इनोवेशन की दिशा में हमारे प्रयासों के लिए मिले इस पुरस्कार से हम सम्मानित महसूस कर रहे हैं.
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हम इनोवेशन पर निरंतर ध्यान देने के साथ प्रक्रिया दक्षता और अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी में निरंतर निवेश करते हैं. इनोवेशन और रिसर्च पर हमारा फोकस परिचालन दक्षता, संसाधन अनुकूलन और स्थिरता में सुधार के लिए हमारे अभियान को मजबूत करता है. हम अपने स्टेक होल्डरों के साथ मिल कर एक स्थायी उद्यम का निर्माण कर रहे हैं, जो समय की कसौटी पर खरा उतरने में सक्षम है. गौरतलब है कि यह माइनिंग इनोवेशन अवॉर्ड खनन में नवाचार के क्षेत्र में निजी खदानों के अनुकरणीय प्रयासों को सम्मानित करने के लिए दिया जाता है. मूल्यांकन की समग्र योजना में प्रौद्योगिकी, पर्यावरण, सामाजिक, दक्षताओं, प्रशिक्षण और कौशल विकास आदि के प्रति खान के नवाचार दृष्टिकोण जैसे पहलुओं को विशेष महत्व दिया जाता है। पहले डेस्कटॉप मूल्यांकन और प्रस्तुति के आधार पर और फिर फिमी अवार्ड्स 2020-21 की जूरी कमेटी के निर्णय के बाद नोवामुंडी आयरन माइन को वर्ष 2020-21 के माइनिंग इनोवेशन अवॉर्ड के लिए चुना गया.