NewDelhi : भारत और चीन के सैनिकों के बीच 9 दिसंबर को अरुणाचल प्रदेश स्थित तवांग सेक्टर के यांग्त्से क्षेत्र हुई भिड़ंत को लेकर लोकसभा एवं बाद में राज्यसभा में राजनाथ सिंह ने बयान दिया. राज्यसभा में कांग्रेस एवं विपक्ष के कई सदस्य रक्षा मंत्री के बयान के बाद स्पष्टीकरण की मांग कर रहे थे. लेकिन आसन से अनुमति नहीं मिलने के बाद उन्होंने सदन से वाकआउट कर दिया. इसी बात को लेकर लोकसभा में भी कुछ विपक्षी दलों के सदस्यों ने सदन से बर्हिगमन किया. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने स्पष्टीकरण की अनुमति नहीं दी.
हम लगातार चीन के मुद्दे को सदन में उठाते रहे हैं। आज भी हम चर्चा करना चाहते थे लेकिन रक्षा मंत्री ने जवाब दिया और चले गए।
जब सदन में हमने सवाल पूछना चाहा तो हमारी बात नहीं सुनी गई, इसलिए हमने वॉकआउट कर दिया।
हम अपनी सेना के साथ खड़े हैं।
– नेता प्रतिपक्ष @kharge जी pic.twitter.com/dedky60XSL
— Congress (@INCIndia) December 13, 2022
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सेना की वीरता पर एक स्वर से बोलना चाहिए
कहा कि सदन को सेना की वीरता पर एक स्वर से बोलना चाहिए. राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने कहा, हमारी सेनाएं पूरी मुस्तैदी एवं ताकत के साथ सीमा पर तैनात हैं और उनके शौर्य एवं वीरता पर पूरे सदन को, हम सभी को भरोसा है.’’ उन्होंने कहा कि यह एक संवेदनशील विषय है और रक्षा मंत्री ने अपने बयान में बताया कि सरकार इस विषय को पूरी गंभीरता से ले रही है और आवश्यक कदम उठा रही है.
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सदस्य आसन के समीप आकर नारेबाजी भी कर रहे थे
रक्षा मंत्री के बयान पर विपक्ष के कई सदस्यों द्वारा स्पष्टीकरण की मांग के संबंध में उपसभापति ने कहा कि अतीत के कई उदाहरण है जब संवेदनशील विषय को देखते हुए स्पष्टीकरण नहीं पूछे गये थे. लेकिन विपक्षी सदस्य उनकी बात से सहमत नहीं हुए और इस पर स्पष्टीकरण पूछे जाने की मांग करते रहे. विपक्ष के कई सदस्य आसन के समीप आकर नारेबाजी भी कर रहे थे. सदन में हंगामे के बीच ही उपसभापति ने प्रश्नकाल को आगे बढ़ाया. इसी दौरान कांग्रेस एवं विपक्ष के कई सदस्यों ने सदन से वाकआउट किया.
झड़प में किसी भी सैनिक की मृत्यु नहीं हुई है
बता दें कि राजनाथ सिंह ने कहा कि चीनी सैनिकों ने उस दिन तवांग सेक्टर में यथास्थिति बदलने का एकतरफा प्रयास किया जिसका भारत के जवानों ने जोरदार जवाब दिया. इस कारण उन्हें लौट कर जाना पड़ा. रक्षा मंत्री ने बताया कि इस झड़प में किसी भी सैनिक की मृत्यु नहीं हुई है और न ही कोई गंभीर रूप से घायल हुआ है. उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को चीनी पक्ष के साथ कूटनीतिक स्तर पर भी उठाया गया है उन्होंने कहा कि इस घटना के पश्चात क्षेत्र के स्थानीय कमांडर ने 11 दिसम्बर 2022 को अपने चीनी समकक्ष के साथ स्थापित व्यवस्था के तहत एक फ्लैग मीटिंग की और इस घटना पर चर्चा की.