Lagatar Desk : कानूनी दांव-पेच निराले होते हैं. और कभी-कभी इस चक्कर में पुलिस की फजीहत भी हो जाती है. महाराष्ट्र में करीब पांच साल पहले एक बकरी को हवालात में डालने पर पुलिस की काफी हंसी उड़ी थी. यही नहीं, महाराष्ट्र के ही चंद्रपुर में तो पुलिस ने एक तोते को बाकायदा सम्मन भेज कर थाने बुलाया था. तोते पर आरोप था कि उसने एक वृद्ध महिला को गाली दी थी. अब एक ताजा घटना में तेलंगाना पुलिस ने दो मुर्गों को हवालात की हवा खिला दी है.
मुर्गा लड़ाई के दौरान पकड़े गये थे सट्टेबाज और मुर्गे
तेलंगाना के एक पुलिस स्टेशन में दो मुर्गे पिछले 25 दिन के अपनी रिहाई के इंतजार में हैं. इन मुर्गों को कुछ सटोरियों के चलते जेल में डाला गया था. सटोरियों को तो बेल मिल गयी, लेकिन मुर्गे हवालात में ही रह गये. मामला तेलंगाना के खम्मम का है. यहां मिदिगोंडा पुलिस स्टेशन के अंदर यह मुर्गे पिछले 25 दिनों से लॉकअप में बंद हैं. यहां की पुलिस ने इन्हें 10 जनवरी को पकड़ा था. मामला कुछ इस तरह हैं कि संक्राति त्योहार के दौरान मुर्गा लड़ाई का खेल चल रहा था. इस पर सट्टेबाजी भी हो रही थी. पुलिस ने सट्टेबाजी की सूचना मिलने पर छापा मारा और मौके से दस लोगों को गिरफ्तार किया. मुर्गा लड़ाई की जगह से पुलिस ने दो मुर्गे और एक बाइक भी जब्त की.
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बतौर सबूत थाने में रखा गया है मुर्गों को
बाद में मुर्गा लड़ाई पर सट्टा लगानेवाले लोग तो जमानत लेकर जेल से छूट गये, लेकिन दोनों मुर्गों पर कोई भी अपना दावा करने नहीं आया. इसलिए पुलिस ने मुर्गों को बतौर सबूत थाने में बंद कर दिया है. इस बारे में पुलिस का कहना है कि मुर्गों को मामले की सुनवाई के बाद ही छोड़ा जा सकता है. कोर्ट से मुर्गों को छोड़ने का आदेश मिलने के बाद इनकी बोली लगायी जायेगी और जो ज्यादा बोली लगायेगा, उसे ये दोनों मुर्गे दे दिये जायेंगे.