Shubham Kishore
Ranchi: एचईसी के अस्थायी कर्मचारी चुटका में अटेंडेंस बना रहे हैं और उन्हें पर्चे को जमा कर रहे हैं. इसी चुटके से उनकी उपस्थिति और वेतन का ब्यौरा रखा जा रहा है. 31 अगस्त 2023 को ही अस्थायी कर्मचारियों का कॉन्टैक्ट समाप्त हो चुका है. आलम ये है की दूसरी कोई भी कंपनी टेंडर प्रक्रिया में भाग नहीं ले रही है और अस्थायी कर्मचारियों का कॉन्टैक्ट रिन्यू नहीं हो पाया है. जिस पुरानी कंपनी के तहत ठेका कर्मी एचईसी में इनरॉल थे, उसने पहले की आगे काम लेने से इनकार कर दिया है. क्योंकि एचईसी ने एजेंसी को ठेका कर्मियों के ईएसआई और जीएसटी आदि मद का भुगतान बंद कर दिया था. जिस वजह से एजेंसी पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ बढ़ता गया. अंततः एजेंसी ने खुद को पीछे कर लिया. हालांकि नवंबर महीने में एचईसी कर्मियों को 2 महीनों का वेतन दिया गया है. लेकिन अब भी लगभग 18 महीनों का वेतन बकाया है. इसके साथ एचईसी में बुनियादी सुविधा भी बंद है. एचईसी का कैंटिन, ईपीएफ और मेडिकल सुविधा भी बंद है.
तीन प्लांटों में 2780 कर्मी
एचईसी के तीन प्लांटों में 2780 कर्मी हैं. इनमें से 500 अफसर, 28 सुपरवाइजर, 625 कामगार (स्थायी) हैं. वहीं 1627 कामगार अस्थायी हैं, जिनका अगस्त माह में कॉन्ट्रैक्ट समाप्त हो चुका है. अस्थायी कर्मचारियों में झिझक बनी हुई है कि काम के दौरान अगर उनके साथ कोई घटना घट जाती है, तो जवाबदेही किसकी होगी. वेतन नहीं मिलने के कारण कर्ज की बोझ तले जीवन यापन कर रहे हैं.
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