NewDelhi : विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कोरोना के नये वेरिएंट को ओमीक्रॉन (Omicron) नाम दिया है. ओमीक्रॉन ने दुनिया को टेंशन दे दी है. कोरोना वायरस के नये वेरिएंट की दहशत दुनियाभर में देखने को मिल रही है. सरकारें सतर्कता बरत रही हैं. भारत ने भी सतर्कता बरतते हुए ब्रिटेन, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, बांग्लादेश, मॉरीशस, बोत्सवाना, जिम्बाब्वे, न्यूजीलैंड, सिंगापुर, हांगकांग और इजाइल को जोखिम वाले देशों की सूची में रखा है. इन देशों से भारत आ रहे यात्रियों की दिल्ली एयरपोर्ट पर जांच कराई जा रही है.
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भारत में कोरोना के नये वैरिएंट का एक भी मामला नहीं
जांच करा रही लैब का दावा है कि भारत में कोरोना के नये वैरिएंट का अब तक एक भी मामला सामने नहीं आया है. दूसरी तरफ, दुनियाभर के देश जहां इंटरनेशनल फ्लाइट्स को लेकर सख्ती बरत रहे हैं वहीं भारत सरकार इन्हें शुरू करने की तैयारी में है. भारत सरकार ने एक दिन पहले ही ये ऐलान किया गया था कि ठप पड़ी इंटरनेशनल उड़ानें 15 दिसंबर से शुरू की जायेगी. हालांकि नये वेरिएंट से प्रभावित देशों से आने वाली फ्लाइटों पर बैन की मांग भी उठने लगी है.
इस दिशा में अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है, लेकिन एयरपोर्ट पर सख्ती जरूर बढ़ी दी गयी हैं. गुजरात सरकार ने अपने यहां के एयरपोर्ट पर ऐसे देशों की फ्लाइट से आने वाले लोगों का आरटी-पीसीआर टेस्ट अनिवार्य कर दिया है. जान लें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज ही कोरोना की स्थिति पर बैठक की है.
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नये वेरिएंट का असर विश्व व्यापार संगठन की मिनिस्ट्रियल कॉन्फ्रेंस पर
खबर है कि कोरोना के इस नये वेरिएंट का असर विश्व व्यापार संगठन (WTO) की मिनिस्ट्रियल कॉन्फ्रेंस पर भी पड़ा है.डब्ल्यूटीओ ने ओमीक्रॉन को लेकर मिनिस्ट्रियल कॉन्फ्रेंस रद्द करने की घोषणा की है. डब्ल्यूटीओ ने इस संबंध में बयान जारी कर दिया है. जानकारी के अनुसार डब्ल्यूटीओ की जनरल काउंसिल में 26 नवंबर को मिनिस्ट्रियल कॉन्फ्रेंस को लेकर चर्चा हुई.
डब्ल्यूटीओ की ओर से कहा गया है कि कोरोना के कारण गंभीर हालात को देखते हुए ये कॉन्फ्रेंस टालने का निर्णय लिया गया है. अनुमति मिलते ही कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया जायेगा.कहा गया कि महामारी के कारण सख्त यात्रा प्रतिबंध लागू हैं जिसकी वजह से कई मंत्रियों को जेनेवा पहुंचने से रोके जाने का अंदेशा था. ऐसे में कॉन्फ्रेंस स्थगित करने का फैसला लिया गया.
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कई देशों ने सख्त यात्रा प्रतिबंध लागू किये
गौरतलब है कि कोरोना के नये वेरिएंट के कारण बने हालात में कई देशों ने सख्त यात्रा प्रतिबंध लागू कर दिये हैं. अमेरिका के साथ ही यूरोपीय देशों ने भी दक्षिण अफ्रीका से आने वाली फ्लाइट्स पर रोक लगा दिया है. अफ्रीका और आसपास के देशों से आने वालों के लिए क्वारंटीन अनिवार्य कर दिया गया है. कनाडा की सरकार ने पिछले दो हफ्ते में अफ्रीकी देशों से आये यात्रियों का कोरोना टेस्ट कराने का ऐलान किया है. रिपोर्ट आने तक इनसे क्वारंटीन रहने को कहा गया है.