Chatra: टीपीसी के बड़े उग्रवादियों को फंड मुहैया कराने वाला टेरर फंडिंग का आरोपी क्यूम अंसारी गिरफ्तार हुआ है. एसपी राकेश रंजन को मिली गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई हुई है. पुलिस की टीम ने कार्रवाई करते हुए मंगलवार को क्यूम अंसारी को गिरफ्तार किया है. गौरतलब है कि टेरर फंडिंग मामले में चतरा पुलिस ने बीते 15 सितंबर 2019 को 77 लोगों के खिलाफ पिपरवार थाना में कांड संख्या 36/2019 दर्ज किया था. इसी मामले में लंबे समय से क्यूम अंसारी फरार चल रहा था.
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उग्रवादियों को फंड मुहैया कराने का आरोप लगा है
टेरर फंडिंग मामले में 77 लोगों के खिलाफ पिपरवार थाना में नामजद प्राथमिकी दर्ज की गयी थी. इन 77 लोगों में अधिकतर लोग क्षेत्र के विस्थापित परिवार से जुड़े हैं या फिर विस्थापित नेता हैं. इन लोगों पर उग्रवादी गतिविधि में शामिल रहने या उग्रवादियों को फंड मुहैया कराने का आरोप लगा है. पिपरवार थाना क्षेत्र स्थित संचालित पिपरवार कोल परियोजना अशोका प्रोजेक्ट काटा कल्याणपुर काटा और पुरनाडीह कोल परियोजना में कोल व्यवसायों व डीओ होल्डर्स को प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन टीपीसी के सुप्रीमो ब्रजेश गंझू उर्फ गोपाल सिंह भोक्ता, आक्रमण जी उर्फ रविंद्र गंझू, भीखन गंझू, के संरक्षण में विस्थापित ग्रामीण विजन संचालन समिति का गठन किया गया.
टीपीसी उग्रवादी संगठन का भय दिखा कर लेवी वसूलते थे
संचालन समिति के सदस्यों के माध्यम से टीपीसी उग्रवादी संगठन का भय दिखा कर लेवी व अवैध वसूली किये जाने का मामला सामने आया. वसूली गयी लेवी की राशि को टीपीसी उग्रवादी संगठन तक पहुंचाये जाने के साथ टीपीसी उग्रवादी संगठन के द्वारा उन पैसों का उपयोग, हिंसात्मक व विधि विरुद्ध कार्य में किये जाने के मामले में पिपरवार थाना में 77 लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया है. जिनमें – ब्रजेश गंझू उर्फ गोपाल सिंह भोक्ता, भीखन गंझू आक्रमण जी,आदेश गंझू , आजाद जी, शौरभ जी उर्फ शौरभ गंझू, मुकेश गंझू, बबलू सागर मुंडा, जानकी महतो, कयूम अंसारी, मिन्ना मियां, अस्लाम मियां, प्रकाश मुंडा, बिनोद महतो, बिजय महतो, गबर महतो ,बालेश्वर उरांव, दिनेश भगत, कैलाश करमाली समेत 77 लोगों शामिल हैं.
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