Ranchi: टेरर फंडिंग के आरोपी महेश अग्रवाल को एनआईए द्वारा गिरफ्तार किये जाने की सूचना है. जानकारी के मुताबिक, एनआईए ने महेश अग्रवाल को कोलकाता स्थित आवास से गिरफ्तार किया है. हालांकि इसकी आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं हो पायी है. गौरतलब है कि मंगलवार को फंडिंग मामले में आधुनिक पावर कंपनी के एमडी महेश अग्रवाल एवं ट्रांसपोटर्स अमित अग्रवाल व विनीत अग्रवाल को हाईकोर्ट से राहत नहीं मिली थी. चीफ जस्टिस डॉ रवि रंजन और जस्टिस एसएन प्रसाद की अदालत ने इनकी ओर से दाखिल याचिकाओं को खारिज कर दिया था. पूर्व में बहस पूरी होने के बाद अदालत ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था.
उग्रवादी संगठन TSPC को फंडिंग का आरोप
इन पर उग्रवादी संगठन टीएसपीसी को फंड देने का आरोप लगाया गया है. कोर्ट में एनआइए की ओर से कहा कि उक्त सभी आरोपितों के खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य मौजूद हैं, और कोर्ट ने इनके मामले में जो संज्ञान लिया है वो भी बिल्कुल सही है. बता दें कि टंडवा के मगध आम्रपाली कोल प्रोजेक्ट में लोडिंग एवं खनन के लिए कार्य कर रही कंपनियों पर उग्रवादी संगठन टीएसपीसी को आर्थिक मदद पहुंचाने समेत कई गंभीर आरोप लगे हैं. इस मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी कर रही है.
इसे भी पढ़ें- आदित्यपुर : सड़क बनते ही लोगों ने उसपर पार्किंग बना किया कब्जा
क्या है पूरा मामला
चतरा जिला के टंडवा थाने में दर्ज प्राथमिकी 22/18 को एनआईए ने टेकओवर करते हुए जांच शुरू की थी. यह मामला सीसीएल, पुलिस, उग्रवादी और शांति समिति के बीच समन्वय को लेकर लेवी वसूली से संबंधित है. एनआईए ने सीसीएल कर्मी सुभान खान सहित 14 आरोपियों के विरुद्ध चार्जशीट दाखिल की थी. चार्जशीट में लिखा था कि टीएसपीसी को लेवी देने के लिए ऊंची दर पर मगध व आम्रपाली कोल परियोजना से कोयला ढुलाई का ठेका लिया गया था. इसमें टीएसपीसी उग्रवादी आक्रमण जी ने अनुशंसा की थी और ट्रांसपोर्टर सुधांशु रंजन उर्फ छोटू सिंह को ठेका मिला था. इसमें मिली राशि का बड़ा हिस्सा टीपीसी को जाता था.
बिंदू गंझू ने किया था खुलासा
टीपीसी के लिए लेवी की वसूली करने वाले मुख्य सरगना बिंदेश्वर गंझू उर्फ बिंदू गंझू को एनआइए ने रांची से गिरफ्तार किया था. सूत्रों के मुताबिक, उसने ही लेवी देनेवाले ट्रांसपोर्टरों और कंपनियों के नाम का खुलासा किया था. एनआइए को उसने यह भी बताया था कि लेवी के पैसे का हिस्सा पुलिस के आला अफसरों से लेकर नेताओं तक पहुंचाया जाता है. उसकी गिरफ्तारी के बाद हजारीबाग से इनामी उग्रवादी कोहराम और चतरा से मुनेशजी की गिरफ्तारी हुई थी.