Ranchi : झारखंड में सक्रिय संगठित आपराधिक गिरोहों पर नकेल कसने के लिए डीजीपी अजय कुमार सिंह बुधवार को समीक्षा बैठक करेंगे. समीक्षा बैठक में सीआईडी डीजी सभी रेंज के डीआईजी और एटीएस एसपी और सभी जिले के एसएसपी, एसपी शामिल होंगे. डीजीपी द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि बीते 17 मार्च को हुई बैठक में दिये गये दिशा निर्देश के अनुरूप अद्यतन अनुपालन प्रतिवेदन के साथ सभी पदाधिकारी समीक्षा बैठक में भाग लेना सुनिश्चित करेंगे. (पढ़ें, झारखंड की दीप्ति कुमारी ने नेशनल रैंकिंग आर्चरी प्रतियोगिता के सीनियर रिकर्व में जीता गोल्ड)
संगठित आपराधिक गैंग के सदस्यों पर लगाम लगाने का निर्देश
डीजीपी अजय सिंह ने पिछले बार हुई समीक्षा बैठक में सभी जिलों में सक्रिय संगठित अपराधिक गैंग और उसके सदस्यों की गतिविधियों को लेकर चर्चा की थी. बैठक में बड़े अपराधियों पर कार्रवाई के लिए योजना बनायी थी. सभी पुलिस अधीक्षकों को जिम्मा दे दिया गया है कि अगर जेल में बंद अपराधी रंगदारी मांग रहे हैं, तो उन पर सीसीए के तहत कार्रवाई की जाये. वहीं जेल से जमानत पर छूटे अपराधियों पर लगाम कसा जा सके, इसके लिए जिलाबदर की कार्रवाई और जिलों के एसपी को अपराधिक मामलों में संलिप्तता पाये जाने पर उनकी जमानत रद्द करने का निर्देश दिया गया था.
इसे भी पढ़ें : सरकारी बैंकों ने RBI में ट्रांसफर किये लावारिस 35 हजार करोड़, संसद में दी गयी जानकारी
झारखंड में गैंग्स की मौजूदा स्थिति
फिलहाल झारखंड में 12 से अधिक संगठित आपराधिक गिरोह सक्रिय हैं, जिसमें डॉन अखिलेश सिंह, डब्लू सिंह, सुजीत सिन्हा, अमन सिंह, अमन साहू, सुशील श्रीवास्तव, भोला पांडे और अनिल शर्मा जैसे कुख्यात गैंग शामिल हैं. इनमें से कई गैंग के प्रमुख जेल में बंद हैं. वर्तमान में अखिलेश सिंह, सुजीत सिन्हा, अनिल शर्मा, अमन सिंह और अमन साव जेल में बंद हैं. जबकि भोला पांडे और सुशील श्रीवास्तव की हत्या वर्षों पहले हो चुकी है. लेकिन भोला और श्रीवास्तव का गिरोह अभी भी बेहद सक्रिय है. इन सभी गिरोहों पर कार्रवाई के लिए योजना पूर्व में भी बनी है. जिस पर बेहतर तरीके से काम करने का निर्देश डीजीपी ने दिया है. बैठक में संगठित आपराधिक गिरोह के अंदर जो नये-नये लोग शामिल हुए, उनकी भी एक लिस्ट तैयार करने को कहा गया है. ताकि समय पर उनकी पहचान कर उनके खिलाफ निरोधात्मक कार्रवाई की जा सके.
इसे भी पढ़ें : धनबाद में एमआर टीकाकरण 12 से, 9 माह से 15 वर्ष तक के बच्चों को लगेंगे टीके