Ranchi : झारखंड सहित देशभर में सोमवार से कोविड-19 बूस्टर डोज की शुरुआत हुई. रांची जिले में पहले दिन इसकी शुरुआत थोड़ी फीकी रही. दोपहर लगभग 1 बजे तक कई सेंटर्स पर 15-20 लोगों ने ही वैक्सीनेशन करवाया. मोरहाबादी स्थित फुटबॉल स्टेडियम में लोगों का रिस्पांस बाकी सेंटर्स से बेहतर रहा. यहां दोपहर लगभग 1 बजे तक 45 लोगों ने वैक्सीनेशन करवाया. वैक्सीनेशन कराने में 60+ बुजुर्गों ने पहले दिन काफी जागरूकता दिखायी. सेंटर्स पर अधिकांश लोग इसी वर्ग के थे. कुछ सेंटर्स पर इस वर्ग के लोग समय पूरा होने से पहले ही बूस्टर डोज लगवाने पहुंच रहे थे. सेंटर्स पर मौजूद मेडिकल स्टाफ का भी कहना है कि अभी तक उम्मीद से कम टीकाकरण हो रहा है. पर उम्मीद है कि दूसरे -तीसरे दिन से और लोग बूस्टर डोज लगवाने आयेंगे.
प्रीकॉशनरी डोज लेने के समय से पहले ही वैक्सीन के लिए पहुंचे दंपती
कांटाटोली निवासी सिखा नीयोगी और सुबीर नीयोगी आईएमए भवन में प्रीकॉशनरी या बूस्टर डोज लेने पहुंचे. दंपती ने लगभग 12 अप्रैल को कोविड का दूसरे डोज लिया था. कोमोरबिद बुजुर्ग होने के नाते दोनों को जैसे ही पता लगा कि बूस्टर डोज दिया जा रहा है, उन्होंने अपने नजदीकी सेंटर पर संपर्क किया. पर फिलहाल बूस्टर डोज के लिए 9 महीने का समय होने में 2-4 दिन बाकी है, इसलिए वे बूस्टर डोज नहीं ले पाये.
बूस्टर डोज लगवाने से संक्रमण का खतरा और कम
76 वर्षीय ऑर्थोपेडिक्स के पूर्व एचओडी प्रोफेसर डॉ पीडी सिंह अपने नजदीकी वैक्सीनेशन सेंटर पर बूस्टर डोज लगवाने पहुंचे. बुजुर्गों को इसके लिए प्रेरित करते हुए कहा कि हमें इसके लिए आगे आना चाहिए. तभी दूसरे भी प्रेरित होंगे. जब 76 की उम्र में और खुद डॉक्टर होने के बाद भी वैक्सीन लिया है, तो यह सुरक्षित है. उन्होंने अपने अनुभव को साझा करते हुए कहा कि वैक्सीन लेना चाहिए, क्योंकि कोविड से लोग काफी परेशान हैं. बूस्टर डोज लगवाने से आपको संक्रमण का खतरा और कम हो जायेगा.
एचइसी से मोरहाबादी फुटबॉल स्टेडियम पहुंचे दंपती
एचइसी कॉलनी, सेक्टर 2 नीवासी दंपती कमला प्रसाद सिंह (68) और मीना देवी (62) अपने दामाद के साथ मोरहाबादी स्थित वैक्सीनेशन सेंटर पहुंचे. वैक्सीन को जरूरी समझते हुए उन्होंने पहले ही दिन बूस्टर डोज लिया. दूसरों को भी उन्होंने प्ररित करते हुए कहा कि महामारी से लड़ने में वैक्सीन बहुत कारगर है. आज तीसरी लहर अगर लोगों को कम प्रभावित कर रही है, तो कहीं न कहीं वैक्सीन इसमें मददगार है. जिनका भी दूसरा डोज लेने के बाद 9 महीने का समय पूरा हो चुका है, उन्हें जरूर यह प्राकॉशनरी डोज लगवाना चाहिए.
रांची के 1 लाख 55 हजार 294 लोग बूस्टर डोज के लिए चिह्नित
आपको बता दें कि बूस्टर डोज वैक्सीनेशन फिलहाल केवल तीन वर्गों के लिए उपलब्ध है. इसमें 60+ कोमोरबिड (जिन्हें डायबटिज, कीडनी, हार्ट या किसी गंभीर बीमारी की शिकायत हो), हेल्थ केयर वर्कर और फ्रंट लाइन वर्कर शामिल हैं. जिले में बूस्टर डोज़ के लिए 1 लाख 55 हज़ार 294 योग्य लोग चिह्नित हैं. इसमें 57,423 ऐसे लोग हैं जो 60+ कोमोरबिड से ग्रसित हैं. इसके साथ ही 34,523 हेल्थ केयर वर्कर और 63,348 फ्रंट लाइन वर्कर हैं, जिन्हें बूस्टर डोज़ लगना है.
जिले के 18 सेंटर पर पहले दिन लगा बूस्टर डोज
बूस्टर डोज के लिए जिले में कोई विशेष सेंटर नहीं बनाये गये हैं. बल्कि लोगों की सुविधा के लिए 18+ वैक्सीनेशन सेंटरों पर ही बूस्टर डोज दिया जा रहा है. सोमवार को जिले के 21 सेंटरों पर बूस्टर या प्रीकॉशनरी डोज दिया जा रहा है. मोरहाबादी फुटबॉल स्टेडियम, अरगोड़ा निरंकारी भवन, कचहरी में बंदोबस्त कार्यालय, पुलिस लाइन, आईएमए भवन, चुटिया यूपीएचसी, हटिया रेलवे स्टेशन, कोकर में एसोसिएट भवन इंडस्ट्रियल एरिया, यूपीएचसी रांची, मेकॉन, सीएमपीडीआई, स्टेट योगा केंद्र, सीआरपीएफ, सिविल कोर्ट और रेड क्रॉस् हॉस्पिटल में योग्य व्यक्ति जाकर बूस्टर डोज का वैकेसीनेशन करवा सकते हैं.
इन जगहों पर केवल वर्क प्लेस के लिए उपलब्ध है वैक्सीन – नेपाल हाउस, प्रोजेक्ट भवन, विधानसभा, हाई कोर्ट, एजी ऑफिस और मोबाइल वैन.
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