Ranchi: बुधवार को संसद में गो तस्करी का मुद्दा उठा. रांची के सांसद संजय सेठ ने लोकसभा में शून्यकाल के दौरान यह मामला उठाया. कहा कि झारखंड हमेशा से गो तस्करों के निशाने पर रहा है. पिछले 3 सालों में तस्करों की हिम्मत काफी बढ़ी है. इनके हौसले इस कदर बढ़े हुए हैं कि कुछ दिन पहले एक महिला दारोगा संध्या टोप्पो की कुचलकर हत्या कर दी गई. वहीं गो तस्करों पर कार्रवाई करने के बजाए राज्य सरकार उन्हें संरक्षण देने में लगी है. एक सप्ताह पहले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने निर्देश दिया है कि पशु तस्करों पर अब पुलिस कार्रवाई नहीं करेगी. मुख्यमंत्री के इस बयान से तस्करों के हौसले और भी बढ़ गए हैं.
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सांसद ने कहा कि हम गाय को पूजते हैं. इसके पीछे सिर्फ धार्मिक आधार नहीं है, बल्कि वैज्ञानिक आधार भी है. हमारी हर धार्मिक मान्यताओं के पीछे वैज्ञानिक आधार होता है. यही वजह है कि हम गाय को मां मानकर उसे पूजते हैं, लेकिन दुर्भाग्य है कि तुष्टिकरण में आकंठ डूबी झारखंड की यूपीए सरकार ने गौ की तस्करी करने वालों के हौसलों को बढ़ाने का काम किया है. अब झारखंड के गो तस्कर गायों को पश्चिम बंगाल और संथाल के रास्ते बंगलादेश तक भेज रहे हैं. हाल ही में प्रतिबंधित पीएफआई का भी समर्थन इन गो तस्करों को मिल रहा है.
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उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि गो तस्करी को राष्ट्रीय अपराध घोषित किया जाए और इसके लिए कठोर कानून बनाये जाएं. उन्होंने कहा कि यदि हमने समय रहते कठोर कदम नहीं उठाए तो भगवान कृष्ण के देश में गो वंश संकट में होंगे, और हमारी पीढियां हमें माफ नहीं करेंगी. उन्होंने संसद से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के बयान की भर्त्सना करने की भी अपील की.