Ranchi : बुधवार को लोकसभा में झारखंड में हाथियों के उत्पात का मुद्दा उठा. रांची सांसद संजय सेठ ने सदन में कहा कि जंगली हाथियों ने रांची सहित पूरे राज्य में तबाही मचा रखी है. बीते 5 सालों में 462 मौत हाथियों के आतंक से हुई है. झारखंड भारत में दूसरे नंबर का राज्य है, जहां इतनी बड़ी संख्या में मौतें हुई हैं. वर्तमान समय में रांची और खूंटी जिले में करीब 5 दर्जन से अधिक हाथियों का झुंड फंसा हुआ है, जो कहीं ना कहीं उत्पात मचा रहा है. इस साल महज 3 महीने में हाथियों से कुचलकर 20 लोगों की मौत हो चुकी है. दूसरी तरफ भालू भी अब हमलावर होते जा रहे हैं.
रास्ता बंद होने से हाथी बेकाबू होते जा रहे हैं
सांसद ने कहा कि पर्यावरण के साथ खिलवाड़ किये जाने से यह स्थिति पैदा हुई है. राज्य में अवैध बालू खनन के कारण लोगों ने हाथियों का रास्ता रोक दिया है. हाथियों का जो कॉरिडोर है, उसमें पश्चिम बंगाल ने फेसिंग कर दी है. रास्ता बंद होने से हाथी बेकाबू होते जा रहे हैं. सांसद ने कहा कि हाथियों के आतंक को खत्म करने के लिए कदम उठाए जाएं. जो राज्य हाथियों व जंगली जानवरों के उत्पात से प्रभावित हैं, उनके साथ मिलकर कॉरिडोर बनाया जाए. ताकी मानव और हाथियों के बीच चल रहा संघर्ष रुक सके और लोगों की जान बचे.
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