Ranchi : झारखंड के कई जिलों में स्थित पत्थर खदान इन दिनों लीज पर चल रहे हैं. इसमें वैसे लीजधारक हैं, जिनका लीज मार्च 2020 को पूरा हो रहा था और जिसे दो साल तक (मार्च 2022) का एक्सटेंशन दिया गया था. ऐसे लीजधारकों की संख्या करीब 240 है. लीजधारकों की लीज अवधि बढ़ाने के लिए राज्य सरकार द्वारा झारखंड माइनर मिनरल कन्सेशन रूल्स 2004 में सितम्बर 2020 में संशोधन किया गया था. अब लीज एक्सटेंशन की अवधि को खत्म होने को महज 42 दिन बचे हैं. इस अवधि के भीतर खान विभाग को उपरोक्त सभी 240 पत्थर खदान का ई-ऑक्शन कराना अनिवार्य होगा. विभागीय सूत्रों के मुताबिक अधिकांश पत्थर की खदानें कोडरमा, पाकुड़, जमशेदपुर, हजारीबाग, चाईबासा और बोकाराे जिलों में स्थित हैं.
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सितम्बर 2020 को झारखंड माइनर मिनरल कन्सेशन रूल्स 2004 में किये संशोधन में ई-ऑक्शन की बात का गजट प्रकाशन करना स्पष्ट किया गया है. गजट में जिक्र है कि विस्तारित अवधि (मार्च 2022) तक संबंधित खनन पट्टा के ई-ऑक्शन को पूरा कर लेना होगा. ऐसा करने से विस्तारित अवधि के पूर्ण होने पर समय की बर्बादी न हो एवं राजस्व की कमी नहीं हो. साथ ही मार्च 2022 को लीज अवधि समाप्त होने के ठीक बाद दूसरे दिन से चयनित लीजधारकों द्वारा निर्बाध रूप से बिना रूकावट के खनन का काम चलता रहे. इसके लिए ई-ऑक्शन के माध्यम से लीजधारकों का चयन करना होगा.
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