Ranchi : झारखंड हाईकोर्ट का पुराना भवन पिछले कुछ समय से वीरान पड़ा हुआ है. 19 मई 2023 को पुराने हाईकोर्ट भवन में अंतिम कार्य दिवस था. जिसके बाद यहां फिलहाल कोई गतिविधि नहीं हो रही. दरअसल डोरंडा में वर्ष 1972 में तत्कालीन बिहार में हाईकोर्ट के सर्किट बेंच की शुरुआत हुई थी. जिसके बाद वर्ष 1976 में इसी बिल्डिंग में रांची बेंच का गठन कर न्यायिक कार्य होने लगा. वर्ष 2000 तक यही व्यवस्था चलती रही. झारखंड गठन के बाद डोरंडा में ही हाईकोर्ट की शुरुआत हुई और यहां 25 बेंच के साथ न्यायिक कार्य शुरू हुआ. झारखंड हाईकोर्ट के पहले चीफ जस्टिस के रूप में जस्टिस वीके गुप्ता को नियुक्त किया गया था. राज्य गठन के बाद से हाईकोर्ट डोरंडा इलाके की पहचान बना हुआ था.
इस भवन में ये थी सुविधाएं
- 20 कोर्ट रूम
- महाधिवक्ता कार्यालय
- 1 लाइब्रेरी
- 1 डिस्पेंसरी
- वकीलों के बैठने के लिए 3 हॉल
- वकीलों के करीब 100 चेंबर
- वरीय अधिवक्ताओं के बैठने के लिए हॉल
- 2 कैंटीन
- वकीलों के बैठने के लिए 22 कमरे
- सुरक्षा व्यवस्था के लिए डीएसपी का एक कार्यालय
- जजों की इंट्री के लिए 2 गेट 1 नंबर और 2 नंबर
- मंदिर
- आम लोगों और वकीलों की इंट्री के लिए 2 गेट 3 नबंर और 4 नंबर
फिलहाल बिल्डिंग वापस करने को लेकर कोई निर्णय नहीं
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