Godda : गोड्डा लोकसभा सीट से महगामा विधायक दीपिका पांडेय सिंह को पहले टिकट दिया गया था. विरोध के बाद दीपिका पांडेय सिंह की जगह विधायक प्रदीप यादव को टिकट दे दिया गया. इस प्रकरण के बाद दीपिका पांडेय का दर्द भले ही सामने ना दिखता हो, मगर अंदर एक टिस तो जरूर है और यह उनकी बातों से परिलक्षित भी होती है. सोशल मीडिया पर किए गए पोस्ट में वह कह रही है कि महिलाओं के लिए राजनीति करना उतना आसान नहीं है. टिकट मिलने के बाद चार-पांच दिन लोगों द्वारा मिल रहे समर्थन से ऐसा लगा कि मैं विनिंग कैंडिडेट हो गई हूं. अपने ही कुछ लोगों के विरोध पर उन्होंने कहा कि नए लोग पार्टी से जुड़े हैं, उनकी ट्रेनिंग अधूरी है. कुछ दिनों का प्रशिक्षण मिलने के बाद सब ठीक हो जाएगा. आगे उन्होंने कहा कि पार्टी के निष्ठावान कार्यकर्ता होने के नाते ऐसे कई टिकट वह कुर्बान करने को तैयार है. हाथ से टिकट निकलने के बाद श्रीमती पाण्डेय अपने क्षेत्र में ही लोगों से मिल रही हैं. मंगलवार की दोपहर महगामा बाजार से निकलने के दौरान स्कूली बच्चों से मुलाकात की. स्कूल बस में बैठकर बच्चों के साथ बातें की और उनके साथ सेल्फी भी ली. विधायक दीपिका ने अपने कार्यकर्ताओं से यह कहा है कि महगामा विधानसभा क्षेत्र से पार्टी प्रत्याशी को अवश्य लीड दिलाएंगे. सभी मिलकर प्रयास करेंगे, आपसी प्रतियोगिता थी वैमनस्य नहीं था. युवा कांग्रेसी विनय ठाकुर ने बताया कि पार्टी आलाकमान ने जैसा फैसला किया वो सर्वमान्य है.
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