LagatarDesk : दुनियाभर में Crypto Currency की पॉपुलैरिटी काफी बढ़ रही है. खास कर युवा वर्ग इन क्रिप्टोकरेंसीज में ज्यादा निवेश कर रहे हैं. Crypto Currency में Bitcoin सबसे अधिक पॉपुलर है. कई बड़ी कंपनियां भी Crypto Currencies को काफी बढ़ावा दे रहे हैं. क्रिप्टोकरेंसी एक डिजिटल करेंसी है. जिसका इस्तेमाल केवल ऑनलाइन लेनदेन के लिए किया जाता है. पिछले कुछ दिनों से बिटकॉइन की कीमतों में भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है. इसको लेकर लोगों के मन में अक्सर ये सवाल पैदा होता है कि क्या बिटकॉइन एक मुद्रा के रूप में कार्य करने में सक्षम है.
साल 2021 के अंत तक 1 करोड़ के पार होगी कीमत
विश्लेषकों के अनुमान के अनुसार, अगले महीने के अंत तक बिटकॉइन फिर से 64000 डॉलर यानी 48 लाख रुपये के उच्चतम स्तर पर पहुंच सकता है. नवंबर में यह 98000 डॉलर यानी 73,50,000 का स्तर छू सकता है. दुनिया भर में कई ब्रांड्स क्रिप्टो को पेमेंट के रूप में स्वीकार कर रहे हैं. यही वजह है कि क्रिप्टो करेंसी मेनस्ट्रीम की तरफ बढ़ रही है. अगर ऐसा ही रहा तो दिसंबर तक यह दोबारा एक लाख डॉलर यानी करीब 75 लाख के पार पहुंच सकता है. दिसंबर के अंत तक इसकी कीमत 1,35,000 डॉलर यानी करीब 1,01,25,000 रुपये तक पहुंचने की संभावना जताई जा रही है. यह बिटकॉइन की मौजूदा कीमत से करीब तीन गुना अधिक है.
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क्रिप्टोकरेंसी का मार्केट कैप 2.1 ट्रिलियन डॉलर के पार पहुंचा
आपको बता दें कि दुनिया की सभी क्रिप्टोकरेंसीज का मार्केट कैप 2.1 ट्रिलियन डॉलर हो गया है. बिटकॉइन के साथ-साथ Ethereum, Cardano , XRP और Dogecoin की कीमतों में लगातार तेजी देखने को मिल रही है. फिलहाल बिटकॉइन की कीमत 47890 डॉलर है. वहीं Ethereum की कीमत 3302 डॉलर, Cardano 2.22 डॉलर , XRP 1.02 डॉलर और Dogecoin 0.2183 डॉलर पहुंच गयी है.
सभी क्रिप्टोकरेंसीज में बिटकॉइन की कीमत सबसे अधिक
क्रिप्टोकरेंसी एक ऐसी करेंसी है जिसे आप देख नहीं सकते हैं. लेकिन इसकी वैल्यू लाखों-करोड़ों में है. आसान शब्दों में इसे डिजिटल मनी कहा जा सकता है. क्रिप्टोकरेंसी को बैंक द्वारा जारी नहीं किया जाता है. मौजूदा समय में पूरे विश्व में कई तरह की वर्चुअल करेंसी हैं. इनमें से बिटकॉइन की कीमत सबसे अधिक है. पिछले कुछ समय से निवेशकों का आकर्षण बिटकॉइन की तरफ तेजी से बढ़ा है. निवेशकों को इससे अच्छा रिटर्न भी मिला है.
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बिटकॉइन में निवेश करना है काफी रिस्की
क्रिप्टोकरेंसी की कीमत कभी स्थिर नहीं रहती है. इसमें हमेशा भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिलता है. इसलिए इसमें रिस्क सबसे अधिक होता है. बता दें कि जनवरी में बिटकॉइन की कीमत बढ़कर 42,000 डॉलर थी. लेकिन फिर इसकी कीमत घटकर 30,000 डॉलर हो गयी. फिर एक हफ्ते के दौरान इसकी कीमत 40,000 डॉलर के पार पहुंच गयी थी.
क्या है बिटकॉइन
क्रिप्टोकरेंसी एक डिजिटल करेंसी है. यह न्यू करेंसी सिस्टम पर चलता है. यह ब्लॉकचेन तकनीक पर आधारित है. इसे सरकार या किसी संस्थान द्वारा रेगुलेट नहीं किया जाता. इस करेंसी में कोडिंग तकनीक का इस्तेमाल होता है. इस तकनीक के जरिए करेंसी के ट्रांजेक्शन का पूरा लेखा-जोखा होता है, जिससे इसे हैक करना बहुत मुश्किल है. यही वजह है कि क्रिप्टोकरेंसी में धोखाधड़ी की संभावना बहुत कम होती है.
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2009 में बिटकॉइन के रुप में शुरू हुई थी क्रिप्टोकरेंसी की शरुआत
क्रिप्टो करेंसी की शुरुआत 2009 में बिटकॉइन के रुप में हुई थी. इसे जापान के संतोषी नाकमोतो नाम के एक इंजीनियर ने बनाया था. शुरुआत में क्रिप्टो करेंसी उतनी प्रचलित नहीं थी. लेकिन धीरे-धीरे यह काफी प्रचलित हो गयी. 2009 से लेकर वर्तमान समय तक लगभग 1000 प्रकार की क्रिप्टो करेंसी बाजार में मौजूद हैं, जो पियर टू पियर इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम के रूप में कार्य करती है.