दो साल में डीवीसी पर निर्भरता समाप्त कर देंगे
कौशल आनंद
Ranchi/Chatara : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के तहत मंगलवार को चतरा पहुंचे. इस दौरान मुख्यमंत्री विभिन्न विकास योजनाओं का उद्घाटन- शिलान्यास और लाभुकों के बीच परिसंपत्तियों का वितरण किया. चतरा के सिमरिया में आयोजित कार्यक्रम में सोरेन विपक्ष पर वार किया. उन्होंने कहा कि इस राज्य के बने 20 साल हो गए. जब नया राज्य बना था, तो सरप्लस बजट हुआ करता था. मगर अब घाटे के बजट से काम चलाया जा रहा है. राज्य बनने के बाद विपक्ष सबसे अधिक सत्ता में रहे. इनलोगों ने इतना शोषण किया कि आज यह राज्य पिछड़ा गया. सरप्लस बजट कहां गया. आपका पैसा विपक्ष डकाराता गया और आप गरीब होते चले गए. लोग हाथ में राशन कार्ड लेकर भात-भात करते मर गए. इन लोगों ने 11 लाख राशन कार्ड डिलीट कर दिया था. पेट पालने के लिए यहां से बड़े पैमाने में लोग पलायन करते हैं, मजूदरी करते है. बड़ी विचित्र स्थिति है. आपके आवेदन से हमें दर्द और पीड़ा देखने का मौका मिला. सूची बनाना हमने शुरू किया. अब एक-एक समस्या का समाधान होने लगा. इस दौरान मंत्री सत्यानंद भोक्ता, बादल पत्रलेख, विधायक अंबा प्रसाद आदि भी मौजूद थे.
सरकार आपके द्वार के तीसरे चरण में रिकार्ड टूट रहे हैं
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार के सरकार आपके द्वार शिविर में रिकॉर्ड टूट गया. बड़ी संख्या में लोगों का आवेदन आ रहा है. जब हम चुनाव प्रचार में थे उस समय हमने कहा था कि ये सरकार दिल्ली से नहीं चलेगी. रांची के एसी कमरों से नहीं चलेगी. ये सरकार गांव से चलेगी. इसलिए हम गांव-गांव घूम कर आपके समस्याओं का निदान कर रहे हैं. जैसे ही कोरोना का बादल छंटा, तो सरकार ने आपका दरवाजा खटखटा कर आपकी पंचायत में बैठ कर आपकी समस्याओं का समाधान करना शुरू कर दिया. जिस कागज को लेकर आप भटकते थे, वो कागज लेने पहुंच रहे हैं.
राज्य की बच्चियां अब माता-पिता पर बोझा नहीं
हेमंत सोरेन ने कहा कि गरीबी एक अभिशाप है. सबसे अधिक गरीबी की मार महिलाएं झेलती हैं. उसपर भी लड़कियों को ज्यादा झेलना होता है. बच्चियों के लिए माता पिता मजदूर जैसा दूल्हा खोजने लगता है. हम तीन, चार पांच बेटियों को भी सावित्री बाई फूले किशोरी योजना से जोड़ेंगे. दसवीं, 11वीं के छात्र-छात्राओं को हम गुरु जी क्रेडिट कार्ड देंगे जिससे आप आगे कि पढ़ाई कर पाएंगे. राज्य सरकार 15 लाख तक का सहायता राशि देगी. सरकार आपकी गारंटर बनेगी. मरांग गोमके पारदेशीय योजना भी हम चला रहे हैं. आप विदेशों में भी पढ़ाई कर पाएंगे.रुपये आपको वापस नहीं करना होगा. 50 बच्चे हमारे विदेश में पढ़ रहे हैं.
गरीबों के लिए शुरू की अबुआ आवास योजना
सीएम सोरेन ने कहा कि राज्य अलग होने के बाद थोड़े दिन के लिए हम कुछ दिन कुर्सी पर बैठे थे. उसी समय पर इस सिमरिया को अनुमंडल बनाने का स्वीकृति हमने ही दी थी. लेकिन विपक्ष ने क्या किया 5 साल पता नहीं. गरीबों को काला जार होता है, अमीरों को नहीं. और यह काला जार उनको ही होता है जिनका टूटू-फूटा घर होता है. हम समझ गये थे कि गरीबों को आवास कि जरूरत है. पहाड़ियों को आज तक आवास नहीं मिला. हमारे मंत्री और हम खुद इस गरीबों के आवास के लिए केंद्र के पास नाक रगड़ते रहे लेकिन नहीं दिया गया. तब हमको लगा कि ऐसे में तो सब पहाड़िया, आदिवासी लोग मारे जाएंगे. तब हमने ऐतिहासिक फैसला लिया कि हम अबुआ आवास देंगे.उससे महंगा आवास देंगे. बहुत जल्द हम लाभुकों के खाते में पैसा डालेंगे.
सरकार गठन से ही चुनौतियों का सामना कर रहे हैं
मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष के पास कोई चुनौती नहीं थी लेकिन हमने कोरोना देखा, सुखाड़ देखा, सरकार का षडयंत्र देखा. सरकार बनने के एक घंटा के बाद से ही ये सरकार गिराने की साजिश रच रहे हैं. खुद नहीं सकते हैं तो एजेंसी को हमारे पीछे लगा देते हैं. हक अधिकार मांगते हैं तो एजेंसी को हमारे पीछे दौड़ा देते हैं. लेकिन चिंता नहीं है गरीबों को हमेशा अपने हक के लिए लड़ना होता है. ये आपकी सरकार है, ये गांव की सरकार है इसिलए चिंता की बात नहीं. धीरे-धीरे यह शिविर एक त्योहार की तरह हो रहा है. मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले यहां बिजली की समस्या थी. अभी भी है.क्योंकि ये डीवीसी से चलता है. थोड़ा भी बकाया रहता है तो बिजली काटता है. हमारा कोयला का हजारों करोड़ बाकाया है वह नहीं मिलता है. 2 साल के बाद हम डीवीसी पर निर्भर नहीं रहेंगे, 24 घंटा आपको निबार्ध बिजली देंगे. 2025 तक इस राज्य को इतना मजबूत करना चाहते हैं कि हमें दूसरे के आगे भीख नहीं मांगना होगा.
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