New Delhi : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को इंडोनेशिया के बाली में शुरू हो रहे जी-20 शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए तीन दिवसीय यात्रा पर रवाना हुए. रवाना होने से पहले कहा कि वे इस सम्मेलन में द्विपक्षीय संबंधों को बेहतर बनाने का काम करेंगे. भारत एक दिसंबर से औपचारिक रूप से जी-20 की अध्यक्षता संभालेगा. प्रधानमंत्री ने भारत के अगले महीने जी-20 की अध्यक्षता संभालने पर कहा, बाली शिखर सम्मेलन के समापन समारोह में इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो भारत को जी- 20 की अध्यक्षता सौंपेंगे, जो हमारे देश के लिए एक महत्वपूर्ण पल होगा. मैं अगले साल शिखर सम्मेलन में शिरकत करने के लिए सभी सदस्यों को निजी तौर पर आमंत्रण भेजूंगा.
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बाली में जी-20 नेताओं के साथ वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करूंगा
मोदी ने कहा कि वह वैश्विक वृद्धि को बहाल करने, खाद्य व ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करने, पर्यावरण, स्वास्थ्य तथा डिजिटल परिवर्तन जैसे मुद्दों के हल के लिए बाली में जी-20 के सदस्य देशों के नेताओं के साथ व्यापक चर्चा करेंगे. वह वैश्विक चुनौतियों का सामूहिक समाधान निकालने में भारत की उपलब्धियों और अटूट प्रतिबद्धता को भी रेखांकित करेंगे. इस दौरान उनके यूक्रेन संघर्ष के प्रभावों, खास कर खाद्य व ऊर्जा सुरक्षा के क्षेत्रों में इसके असर सहित वैश्विक चुनौतियों पर चर्चा करने की संभावना है.
भारतीय समुदाय के सदस्यों को भी संबोधित करेंगे
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की जी-20 अध्यक्षता ‘वसुधैव कुटुंबकम’ या ‘एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य’ विषय पर आधारित होगी. प्रधानमंत्री ने कहा कि वह मंगलवार को एक स्वागत समारोह में बाली में भारतीय समुदाय के सदस्यों को संबोधित करने को उत्सुक हैं. उन्होंने कहा, मैं जी-20 शिखर सम्मेलन से इतर, कई सदस्य देशों के नेताओं से मुलाकात करूंगा और उनके साथ भारत के द्विपक्षीय संबंधों की प्रगति की समीक्षा करूंगा.
रूस-यूक्रेन और ताइवान मुद्दे पर हो सकती है चर्चा
दूसरी ओर चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग भी इस शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे. लेकिन इससे पहले उनकी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ लंबे समय से प्रतीक्षित द्विपक्षीय बैठक बाली में होगी. इस बैठक में दोनों नेताओं में ताइवान, यूक्रेन पर रूस के आक्रमण और उत्तर कोरिया की परमाणु महत्वाकांक्षाओं पर चर्चा करने की उम्मीद है. बता दें कि इस सम्मेलन में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन शामिल नहीं होंगे.
शिखर सम्मेलन 15-16 नवंबर को
जी-20 या 20 देशों का समूह दुनिया की प्रमुख विकसित और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं का एक अंतर सरकारी मंच है. इसमें अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, दक्षिण कोरिया, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय संघ (ईयू) शामिल हैं. शिखर सम्मेलन 15-16 नवंबर को आयोजित किया जाएगा.
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