Chandwa : एनएच-22 रांची-चतरा मुख्य सड़क से महुआमिलान रेलवे-स्टेशन को जोड़ने वाली ग्रामीण सड़क लगभग 2003-2004 में बनी थी. उसी समय अम्बाटांड़ के बगल से गुजरने वाली नगर नदी पर पुलिया का निर्माण कराया गया था. चकला पंचायत के पूर्व मुखिया विकास कुमार भगत पुलिया निर्माण की गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए कहते हैं कि पुलिया के बांह के निर्माण में गुणवत्ता का ख्याल नहीं रखा गया. जिस कारण इस सड़क का लोग लंबे समय तक इस्तेमाल नहीं कर पाए. सड़क बनने के लगभग दस साल बाद ही पुलिया के बगल की मिट्टी को पानी बहा ले गई. मिट्टी के बह जाने की वजह से पुलिया बेकार हो गई. पुलिया के बेकार होने से ग्रामीणों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
विकास कुमार भगत कहते हैं इस क्षेत्र के किसानों को अपने उपजाये फसल को बाजार ले जाने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. पुलिया सही रहती तो रेल मार्ग से अन्यत्र के बाजार में फसल बेचकर अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता था. साथ ही किसानों को चंदवा बाजार पहुंचने में भी सहूलियत होती और खर्च भी कम लगता. मगर पुलिया के बेकार होने की वजह से इस सड़क पर गाड़ियों का आवागमन बंद हो गया है. ऐसे में बाजार पहुंचने में किसानों का समय और पैसा दोनों बर्बाद हो रहा है. साथ ही परेशानी भी बढ़ गई है.
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