- दर्ज आपराधिक मुकदमे भी बढ़ा सकती है ढुल्लू की मुश्किलें, विपक्ष ने घेराव शुरू किया
- टिकट कटने से पीएन सिंह समर्थक नाराज, पीएन ने सहयोग का दिया भरोसा
Ranchi : भाजपा ने धनबाद से अपने सिटिंग एमपी पीएन सिंह का पत्ता काटकर बाघमारा विधायक ढुल्लू महतो को चुनाव मैदान में उतारा है. मगर ढुल्लू महतो दो मामले में संकटों का सामना करते नजर आएंगे. एक तो वो जहां से विधायक हैं, वह क्षेत्र ही धनबाद संसदीय क्षेत्र में नहीं आता है. यानि की ढुल्लू विधानसभा क्षेत्र के मतदाता उन्हें वोट नहीं कर सकेंगे. ढुल्लू के समक्ष दूसरा संकट यह है कि उन पर कई आपराधिक मामले दर्ज हैं. जिसे विपक्ष ने अभी से ही मुद्दा बनाना शुरू कर दिया है. इन दोनों संकटों से निपटना ढुल्लू के लिए चुनौतीपूर्ण है.
ढुल्लू का विस क्षेत्र गिरिडीह संसदीय क्षेत्र में, मोदी फैक्टर पर अधिक भरोसा
बाघमारा विधानसभा क्षेत्र गिरिडीह संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आता है. धनबाद लोकसभा क्षेत्र में छह विधानसभा क्षेत्र है, जिसमें बोकारो, चंदनकियारी, धनबाद, सिंदरी, झरिया और निरसा शामिल है. उनके विधानसभा क्षेत्र की जनता उन्हें वोट नहीं कर पायेगी. ऐसे में उनकी जीत केवल और केवल पार्टी की छवि और मोदी फैक्टर ही तय करेगी.
ये मामले दर्ज हैं ढुल्लू पर
ढुल्लू महतो पर कई आपराधिक मामले दर्ज हैं. कई मामलों में वो जेल भी जा चुके हैं. साल 2013 में बरोरा थाने से वारंटी को जबरदस्ती छुड़ाने और पुलिस से मारपीट का आरोप भी उनपर लगा था. इसके अलावा अभी हाल ही में आधा दर्जन रैयत विधायक ढुल्लू के खिलाफ धरना पर बैठे थे. 17 दिनों बाद कांग्रेस के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष जलेश्वर महतो की पहल पर धरना समाप्त करवाया गया. अपने उपर दर्ज मामलों पर विपक्ष उन्हें घेरने का काम करेगी.
भाजपा को चौथी बार दिला पाएंगे धनबाद से जीत
धनबाद लोकसभा सीट से पिछले तीन बार से बीजेपी के पशुपतिनाथ सिंह लगातार जीत हासिल कर रहे थे. 2014 में 2 लाख 93 हजार और 2019 के चुनाव में 4 लाख 86 हजार के वोटों के अंतर से जीतने वाले पीएन सिंह के इस रिकॉर्ड को ढुल्लू महतो क्या तोड़ पाएंगे.
कोयलाचंल संघर्ष से निकले हैं ढुल्लू
ढुल्लू महतो के राजनीतिक जीवन भी कम दिलचस्प नहीं है. उन्हें राजनीति विरासत में नहीं मिली है. बल्कि मजदूरों के अधिकार की लड़ाई की बदौलत आज वो इस मुकाम पर खड़े हैं. ढुल्लू महतो 12वीं पास हैं. उनके पिता महेशपुर कोलियरी में मजदूर के रूप में कार्यरत थे. उन्होंने कोयलांच से ही अपने संघर्ष की शुरुआत की. वे कोयला मजदूरों के हक और अधिकार के लिए लंबे समय तक संघर्षशील रहे. युवाओं को जोड़कर अपना निजी संगठन बनाया. जो काफी मारक रहा.
लगातार तीन बार से बाघमारा से विधानसभा चुनाव जीत रहे ढुल्लू महतो
ढुल्लू महतो लगातार तीन बार से बाघमारा से विधानसभा चुनाव जीत रहे हैं. साल 2009 में वह पहली बार झाविमो की टिकट पर चुनाव लड़े और 56026 मतों हासिल कर जीत दर्ज की. उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी जलेश्वर महतो को हराया. साल 2014 में भाजपा की टिकट पर ढुल्लू महतो चुनाव लड़े और अपने पिछले रिकॉर्ड को तोड़ते हुए 86603 मत हासिल कर विधानसभा चुनाव जीता. फिर से निकटतम प्रतिद्वंदी जलेश्वर महतो को 29,623 वोटों से हराया. साल 2019 में फिर से भाजपा ने ढुल्लू महतो को बाघमारा विधानसभा से टिकट दिया. इस बार भी उन्होंने जीत हासिल की. हालांकि, इस बार मुकाबला कांटे की टक्कर का रहा. 824 मतों के मामूली अंतर से ढुल्लू ने जीत हासिल की. जलेश्वर महतो ने ढुल्लू महतो की जीत को न्यायालय में चुनौती देते हुए पुनर्मतगणना तक की मांग की.
समर्थक नाराज पर पीएन ने दिया पूरा सहयोग का भरोसा
धनबाद के सिटिंग एमपी पीएन सिंह के समर्थकों ने टिकट कटने से नाराजगी जाहिर की है. समर्थक इतने मायूस थे कि ठीक से होली भी नहीं मनायी. हालांकि पीएन सिंह ने कहा कि ढुल्लू महतो को उनका पूरा सहयोग और समर्थन रहेगा.
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