Ranchi : शिक्षा विभाग के निर्देश पर झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद 25 नवंबर से राज्यभरा में सर्वे की शुरूआत करेगा. यह सर्वे हाउसहोल्ड होगा. इस सर्वे में देखा जाएगा कि बच्चों के नामांकन की क्या स्थिति है. सत्र 2019-20 में जो बच्चे नामांकित थे, उन्होंने वर्तमान शैक्षणिक सत्र में नामांकन लिया है या नहीं लिया है.
ऑफलाइन किया जाएगा हाउसहोल्ड सर्वे
सर्वे में यह भी देखा जाएगा कि बच्चों को मिलने वाले डिजिटल कंटेंट वर्तमान में मिला है या नहीं. बच्चों को अगर डिजिटल कंटेंट मिला है, तो बच्चों ने उसका इस्तेमाल किया है कि नहीं. हाउसहोल्ड और स्कूल स्तर पर सर्वे के लिए पूरा सर्वे फॉर्म पर ऑफलाइन किया जाएगा. यह हाउसहोल्ड सर्वे 8 दिसंबर तक चलेगा. प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षकों को 23 दिसंबर तक सर्वे रिपोर्ट सबमिट करना है.
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जिला शिक्षा पदाधिकारियों को सर्वे के लिए विशेष प्रशिक्षण
सर्वे को लेकर जिला शिक्षा पदाधिकारियों को विशेष प्रशिक्षण दिया गया है. हाउसहोल्ड सर्वे संपन्न होने के बाद जिला स्तर से कम से कम 10 हाउसहोल्ड और पांच स्कूलों का सैंपल की जांच की जाएगी. जिससे सर्वे की सच्चाई का पता लगाया जाएगा. सर्वे की जिम्मेवारी प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षकों की होगी.
ऐसे तय होगा ड्रॉपआउट बच्चों का नाम
इस शैक्षणिक सत्र में जो बच्चे नामांकित थे, उन्होंने आगे नामांकन नहीं लिया, एक माह तक स्कूल नहीं गए, वैसे बच्चों को ड्रॉपआउट माना जाएगा. सर्वे में यह भी देखा जाना है कि पछले वर्ष के सरकारी स्कूलों में नामांकित छात्र इस साल डीजी-साथ प्रोजेक्ट इस प्रोजेक्ट के तहत ऑनलाइन क्लासेस और व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर सरकारी स्कूलों के बच्चों को पढ़ाया जा रहा है. बच्चों की शिक्षा के लिए कार्यक्रम में नहीं जुड़ पाए या फिर शिक्षक की ओर से शिक्षा प्राप्त नहीं कर पा रहे हैं, तो ऐसे बच्चे भी ड्रॉपआउट की श्रेणी में रखें जाएंगे.
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जो बच्चे लाभान्वित नहीं हो रहे है, उनका भी होगा चयन
सर्वे में यह भी देखा जाएगा कि कोविड-19 की वजह से चलाए जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों से बच्चे लाभान्वित हुए है यह नही। जो बच्चे लाभान्वित नहीं हो पा रहे हैं, उन्हें चिन्हित किया जाएगा. बच्चों को स्कूल से जोड़ने, एडमिशन कराने के लिए अभिभावकों को प्रेरित भी किया जाएगा.