Gaya : बिहार के गया में स्कूल गेट के बाहर बेसुध हालम में एक छह साल का बच्चा मिला. उसका पूरा चेहरा सूजा हुआ था. उसकी नाक से खून बह रहा था. यूनिफॉर्म भी फटी हुई थी. आनन-फानन में बच्चे को अस्पताल ले जाया गया, मगर रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया. इल्जाम है कि होमवर्क नहीं करने पर टीचर ने उसे इतना पीटा कि उसकी मौत हो गई. मृतक छात्र तीसरी क्लास में स्कूल के ही हॉस्टल में रहकर पढ़ाई कर रहा था. पुलिस के मुताबिक, स्कूल के गेट के बाहर बुधवार को बच्चा गांव के ही एक व्यक्ति को बेसुध हालत में पड़ा मिला था. अस्पताल ले जाने के दौरान उसकी मौत हो गई. परिजनों के आवेदन के आधार पर मामले की जांच-पड़ताल कर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
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बता दें कि मृतक गया के वजीरगंज- फतेहपुर रोड पर बड़ही बिगहा गांव के पास लिटिल लीडर्स पब्लिक स्कूल में पढ़ता था. उसका घर स्कूल से 3 किलोमीटर दूर था, इसलिए परिवार ने स्कूल के ही हॉस्टल में उसे रखा था. बच्चे की मौत की सूचना के बार परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. नाराज परिजनों और गांव के लोगों ने स्कूल के बाहर जमकर हंगामा किया. पुलिस ने मामले में स्कूल संचालक विकास सिंह को गिरफ्तार कर लिया है. 302 के तहत हत्या का केस दर्ज किया गया है. बच्चे की मौत के बाद स्कूल को भी बंद करवा दिया गया है. हॉस्टल से भी सभी बच्चों को घर भेज दिया है.
बच्चे ने पहले भी की थी मारपीट की शिकायत
बच्चे के दादा रामबालक प्रसाद ने स्कूल के शिक्षक पर मारपीट और बच्चे की हत्या का आरोप लगाया है. उन्होंने बताया कि पोते ने पहले भी मारपीट को लेकर शिकायत की थी, लेकिन स्कूल वालों ने कहा था अब नहीं होगा. इसके बाद सब ठीक था. दादा रामबालक ने आरोप लगाया है कि स्कूल के शिक्षक विकास कुमार सिंह ने उनके पोते विवेक कुमार की पिटाई की और स्कूल से बाहर निकाल दिया, जिसके बाद स्कूल के बाहर कुछ दूरी पर वह घंटों बेहोश पड़ा रहा. दादा रामबालक ने बताया कि गांव उखड़ा का रहने वाला बंटी राजवंशी स्कूल के रास्ते से ही गुजर रहा था. उसने विवेक को सड़क किनारे बेहोश देखा तो उसे उठा कर घर ले आया था.
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