Ranchi : देवघर के त्रिकुट रोपवे हादसे में फंसे लोगों के रेस्क्यू अभियान में शामिल सभी लोगों को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सम्मानित करेंगे. समान्नित होने वालों में एयरफोर्स, इंडियन आर्मी, एनडीआरएफ, आईटीबीपी, जिला प्रशासन के लोग शामिल हैं. इसके अलावा स्थानीय लोगों के साथ-साथ जान जोखिम में डालकर फंसे हुए लोगों की जान बचाने वाले पन्नालाल को भी मुख्यमंत्री सम्मानित करेंगे. सोशल मीडिया में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इसकी जानकारी खुद दी है.
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त्रिकूट पहाड़ हादसे में एयरफोर्स, इंडियन आर्मी, एनडीआरएफ, आईटीबीपी, जिला प्रशासन और स्थानीय लोगों के साथ-साथ जान जोखिम में डालकर फँसे हुए लोगों की जान बचाने वाले पन्नालाल जी को भी माननीय मुख्यमंत्री @HemantSorenJMM सम्मानित करेंगे।
— Office of Chief Minister, Jharkhand (@JharkhandCMO) April 13, 2022
रोपवे मेंटेनेंस कर्मचारी हैं पन्नालाल उर्फ पान पंजियार
बता दें कि देवघर के त्रिकुट पर्वत पर रोपवे में फंसे लोगों को बाहर निकालने में रोपवे मेंटेनेंस कर्मचारी पन्नालाल उर्फ पान पंजियार की अहम भूमिका रही है. उन्होंने दर्जनों लोगों को अपने कंधे पर उठाकर चार किलोमीटर दूर तक सुरक्षित पहुंचाया. तीन दिन तक चले इस रेस्क्यू ऑपरेशन में 48 लोगों की जान बचाई गई.
हालांकि इससे पहले मुख्यमंत्री त्रिकुट रोपवे हादसे में फंसे हुए लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए प्रशासन, सेना और NDRF टीम की तारीफ भी कर चुके हैं. सीएम ने कहा था कि पूरी टीम मुस्तैदी के साथ काम कर रही है.
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रोप-वे का तार टूटने की वजह से हुआ था हादसा
बता दें कि देवघर रोप-वे हादसा रविवारशाम 5 बजे हुआ था. त्रिकुट पहाड़ पर बने रोप-वे का तार टूटने की वजह से घटना हुई. तार टूटने के बाद रोप-वे के 18 झूलों में करीब 54 लोग हवा में ही फंस गये थे. सोमवार को सेना की टीम घटनास्थल पर पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया. करीब 45 घंटे तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया. जिसमें 46 लोगों को सुरक्षित निकाला गया. मंगलवार को लगभग 14 लोगों को सुरक्षित निकाला गया था, जबकि सोमवार को 32 को निकाला गया था. 45 घंटे के इस ऑपरेशन में इंडियन एयरफोर्स समेत आइटीबीपी व सेना और एनडीआरएफ के साथ स्थानीय लोग भी लगे हुए थे.
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रेस्क्यू के दौरान दो लोगों की मौत
रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान दो लोगों की मौत हो गयी. जबकि एक महिला की मौत दम घुटने से हो गयी. मंगलवार को रेस्क्यू के दौरान एक महिला डेढ़ हजार फीट नीचे गिर गयी थी, जिससे उसकी मौत हो गयी. महिला की पहचान छठी लाल साह की पत्नी शोभा देवी के रूप में हुई है. सोमवार को रेस्क्यू के दौरान रमेश मंडल नामक व्यक्ति का बेल्ट टूट जाने से वो खाई में गिर गया, जिससे उसकी मौत हो गयी. इससे पहले रविवार को दम घुटने से सुमंती देवी की मौत हो गयी थी.