Barhi : हजारीबाग जिले के बरही स्थित रानीचुआं पंचायत के चलंगा गांव का दिलीप पंडित 12 जून से लापता है. वह स्व राजेन्द्र पंडित का पुत्र है. उसकी कोई सूचना नहीं मिलने से परिजन बेहाल हैं.
यह जानकारी देते हुए दिलीप के भाई रवि कुमार पंडित ने बताया कि छह अप्रैल को उन्होंने अपने भाई को बरही चौक पर रांची जाने के लिए रात्रि में गाड़ी बैठाया था.
उसी रात आंध्र प्रदेश के करनुल जिला अंतर्गत ताम्रपाली के लिए रांची रेलवे स्टेश से वह ट्रेन पर बैठा और नौ अप्रैल को वह गंतव्य पर पहुंच गया.
वह ताम्रपाली में नागा मलिकार्जुन पंडाला की क्रशर कंपनी वाई जेम में पोकलेन ऑपरेटर के रूप में काम करने के लिए गया था. इस संबंध में उसने बताया कि उसके भाई ने इस कंपनी में दो वर्ष पूर्व भी काम किया था. परंतु लॉकडाउन की वजह से वह अपने गांव लौट गया था और स्थानीय स्तर पर बरकट्ठा की एक कंपनी में काम कर रहा था.
इसी बीच अधिक वेतन देने की बात कह मालिक ने उसे फिर से काम करने के लिए बुलाया. इसके लिए उस कंपनी के मालिक ने उसके खाते में 2000 रुपए बतौर भाड़े के लिए भेजा. 12 जून को उसके भाई ने कंपनी से पैसे की मांग की. परंतु अगले ही दिन से उसका भाई से संपर्क टूट गया.
13 जून से 27 जून तक उसके मोबाइल पर कॉल लगाने के बाद किसी दूसरे व्यक्ति ने फोन रिसीव किया, बाद में मोबाइल को साइलेंट कर दिया. 27 जून के बाद मोबाइल स्विच ऑफ हो गया.
कंपनी के मालिक का कहना है कि उसका भाई वहां पहुंचा ही नहीं. इसी क्षेत्र के खोड़ाहर, चंदवारा एवं जीतपुर के कुछ लोग उसी कंपनी में काम करते हैं.
जीतपुर के सनी ने कहा कि दिलीप वहां नहीं आया है. वहीं खोड़ाहर के जीतेंद्र कुमार ने कहा कि 12 जून को दिलीप कंपनी के मालिक के पास पैसे लेने आया था. परिजन किसी अनहोनी को लेकर परेशान हैं.
इस संबंध में दिलीप का भाई बरही थाना में गुमशुदगी का रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए गया था. लेकिन थाने ने अधिकार क्षेत्र नहीं होने की बात कह कर प्राथमिकी दर्ज करने से इनकार कर दिया.