Ranchi : झारखंड के विश्वविद्यालयों में थर्ड और फोर्थ ग्रेड के कर्मचारियों की भारी कमी है. 2015 के पहले विश्वविद्यालय में कर्मचारियों की बहाली रांची विश्वविद्यालय अपने स्तर से करता था. 2015 में बनाये गये नियम के अनुसार विश्वविद्यालय अपने स्तर से थर्ड व फोर्थ ग्रेड के कर्मचारियों की बहाली नहीं कर सकता. बहाली राज्य सरकार ही करेगी.
आयोग ने एक बार भी बहाली नहीं की है
इसका जिम्मा झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (Jharkhand Staff Selection Commission) को दे दिया गया. लेकिन इतने साल बीत जाने के बाद भी आयोग ने एक बार भी बहाली नहीं की है. जिस कारण विश्वविद्यालय कर्मचारियों की कमी से जूझ रहे हैं. रांची विश्वविद्यालय से मिली जानकारी के अनुसार 1986 से इस विश्वविद्यालय में थर्ड और फोर्थ ग्रेड के कर्मचारियों की बहाली नहीं हुई है.
रिटायर कर्मचारी को फिर से विवि में अनुबंध पर रख लिया जाता है
जो भी कर्मचारी रिटायर होते हैं उन्हे फिर से विवि में अनुबंध पर रख लिया जाता है. विश्वविद्यालय में कई ऐसे विभाग हैं, जो रिटायर कर्मचारी के भरोसे चल रहे हैं. झारखंड के सभी विश्वविद्यालयों का यही हाल है. 2017 में बने नये विश्वविद्यालयों में एक बार भी कर्मचारियों की बहाली नहीं हुई है. इस कारण से आउट सोर्सिंग द्वारा खाली स्थानों को भरा जा रहा है. वर्तमान में विश्वविद्यालयों में जितने भी कर्मचारी हैं, वे सभी पूर्व के हैं या फिर अनुकंपा के आधार पर कार्य कर रहे हैं.