Ranchi : झारखंड के विभिन्न आदिवासी मूलवासी संगठन ने पूर्व सीएम हेमंत सोरेन को साजिश के तहत फंसाये जाने के विरोध में आज बुधवार को आक्रोश मार्च निकाला. जिसका असर रांची के कई प्रमुख इलाकों में देखने को मिला. राजधानी के लालपुर, मेन रोड और रातु रोड में घंटों सड़कें जाम रहीं. जिसकी वजह से गाड़ियां भी सड़कों पर रेंगती रही. सड़क जाम होने से आमजन को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. इस दौरान ट्रैफिक पुलिस का हर स्तर से किया गया प्रयास विफल रहा. शहर के विभिन्न इलाकों में सड़कों पर जाम लगने के कारण लोगों का समय तो बर्बाद हुआ ही, साथ ही संबंधित इलाके का कारोबार भी प्रभावित हुआ.
जरूरी काम से जाने वालों को झेलनी पड़ी परेशानी
लालपुर, मेन रोड और रातु रोड में जाम लगने की वजह से एक किलोमीटर तक का सफर पूरा करने में आधा घंटा से ज्यादा का समय लग गया. इस दौरान सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार नजर आयी. सड़क जाम होने के कारण जरूरी काम से जाने वालों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी. वहीं दोपहर में जिनकी ट्रेन या फ्लाइट थी, उनको भी काफी परेशानी हुई. कई जगहों पर घंटों एंबुलेंस भी जाम में फंसा रहा.
रांची में अवैध रूप से चल रहे 15000 ऑटो
रांची में आरटीओ ने 5320 ऑटो को चलने का परमिट दिया है. लेकिन यहां करीब 15000 ऑटो अवैध रूप से चल रहे हैं. शहर में ऑटो के लिए एकमात्र न्यू मार्केट स्टैंड है. जबकि, शहर के हर चौक चौराहे पर 25 से ज्यादा अवॉइड ऑटो स्टैंड बन गये हैं. वहीं दूसरी और 4500 ईरिक्शा नगर निगम से निबंधित है, जबकि अवैध रूप से 4000 ई-रिक्शा चल रहे हैं. फुटपाथ और अतिक्रमण पहले से ही है और यह भी वजह है कि राजधानी में लगातार जाम की स्थिति बनी रहती है.