Bokaro: स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (SAIL) के कोलकाता स्थित रॉ मैटेरियल डिवीजन (RMD) का मुख्यालय अब बंद किया जाएगा. कोलकाता के आरएमडी मुख्यालय के अधीन संचालित माइंस का कार्यभार अब सेल के झारखंड स्थित बोकारो स्टील प्लांट और ओड़िशा के राउरकेला इस्पात प्रबंधन को सौंपा गया है. इस निर्णय से कंपनी को प्रति वर्ष 50 करोड़ से ज्यादा की बचत होने की उम्मीद है.
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दो ओर्स माइंस मिलेंगे
बता दें कि स्टील एग्जीक्यूटिव फेडरेशन ऑफ इंडिया ने केंद्रीय इस्पात मंत्री और पीएमओ को पत्र लिखकर आरएमडी का मुख्यालय कोलकाता की बजाय राउरकेला स्थानांतरित करने की मांग की थी. इस मामले पर बोकारो के भाजपा विधायक और झारखंड विधानसभा के मुख्य सचेतक बिरंची नारायण का कहना है कि इससे बोकारो स्टील प्लांट (BSP) की ताकत बढ़ेगी. साथ ही 50 करोड़ का जो फिजूलखर्ची हो रहा था उस पर भी रोक लगेगी. उन्होंने केंद्र सरकार और इस्पात मंत्री की तारीफ करते हुए कहा कि यह स्वागत योग्य कदम है. इससे बोकारो स्टील प्लांट को मजबूती मिलेगी, क्योंकि चार कोलियरी के साथ दो ओर्स माइंस भी इनके हिस्से आ रहा है.
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प्रोडक्शन पर कोई असर नहीं पड़ता है
वहीं मजदूर यूनियन ने कहा कि यह अच्छा निर्णय तो है, लेकिन इससे प्रोडक्शन पर कोई असर नहीं पड़ता है जब तक मैनेजमेंट ना चाहे. इस निर्णय से आरएमडी के अधीन मेघाताबुरू, किरीबुरू, गुवा, मनोहरपुर, भवनाथपुर और कोटेश्वर माइंस का संचालन होता है, जो अब बोकारो स्टील प्लांट के निदेशक प्रभारी के जिम्मे होगा. आरएमडीके वरसोवा, टेलडीही और कल्टा माइंस का संचालन राउरकेला इस्पात प्रबंधन के जिम्मे होगा. दूसरी ओर इस मामले पर कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि भाजपा बंगाल के हार को पचा नहीं पा रही है. इसलिए सेल मुख्यालय आरएमडी कोलकाता को बंद किया जा रहा है. हालांकि बोकारो को कोल माइंस और ओर्स माइंस मिलने का उन्होंने स्वागत भी किया.
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