Jamshedpur : टिस्को निबंधित श्रमिक संघ की बैठक मंगलवार को धरना स्थल, टाटा वर्कर्स यूनियन गेट के समक्ष रंजीत दास की अध्यक्षता में हुई. बैठक में निबंधित आश्रितों ने निर्णय लिया कि अब सभी निबंधित अपने-अपने रजिस्ट्रेशन स्लीप की छायाप्रति के साथ एक पत्र लिखकर टाटा वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष को देकर उनसे कम्पनी में नियोजन की मांग करेंगे, क्योंकि नियोजन पर उनका हक पहले बनता है. वे वरीयताक्रम में भी हैं. वहीं 42 वर्ष से कम उम्र वालों का बाद में बनता है पर वर्तमान में टाटा स्टील अपने ही पूर्व में किए गए समझौते का पालन नहीं कर रही है. निबंधित आश्रित वर्षों से वरीयता से नियोजन के लिए संघर्ष कर रहे हैं. उन्होंने अपनी समस्याओं का समाधान करने की मांग की. उसके
लिए पूर्व में ही यूनियन के अध्यक्ष से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा गया है, पर अभी तक यूनियन ने इस समस्या का समाधान नहीं किया है.
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बैठक में कहा गया कि निबंधित आश्रितों को परीक्षा के जाल में फंसाया जा रहा है और भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया जा रहा है. टाटा स्टील और टाटा वर्कर्स यूनियन इस बहाली में झूठा आंकड़ा दे रही है, क्योंकि 42 वर्ष से नीचे के केवल 4000 तक ही वैध निबंधितों ने फॉर्म भरा है. 7500 नहीं, क्योंकि 1991 से बहाली ही बन्द थी और बहुत से टाटा स्टील के कर्मचारियों ने पहले ही नौकरी छोड़ो, नौकरी पाओ में अपने-अपने आश्रितों को नौकरी दिलवा दी है. बाकी बचे 10000 निबंधित जो 42 वर्ष की उम्र सीमा को पार कर चुके हैं, पहले उनके नियोजन का उचित प्रबंध किया जाए. टाटा स्टील और टाटा वर्कर्स यूनियन ने मिलकर वर्तमान में वरीयता वाले 10000 निबंधितों के भविष्य को अंधकारमय बना दिया है. बैठक में अरुण आचार्या, संजय महंती, रंजीत दास, टिंकू साहू अशोक तिवारी, राकेश सिंह, अरुप भट्टाचार्य सहित अन्य निबंधित आश्रित मौजूद थे.