Kolkata : पश्चिम बंगाल के संदेशखाली हिंसा के मुख्य आरोपी और तृणमूल कांग्रेस के नेता शाहजहां शेख को पुलिस ने सुबह-सुबह गिरफ्तार कर लिया है. करीब 56 दिन से फरार शाहजहां शेख की गिरफ्तारी 24 उत्तर परगना जिले के मिनाखां में एक घर से हुई है. मिनाखान एसडीपीओ अमीनुल इस्लाम खान ने इस बात की पुष्टि की है. गिरफ्तार करने के बाद उसे बशीरहाट में पुलिस लॉकअप में रखा गया है. बंगाल पुलिस आज उसे बशीरहाट कोर्ट में पेश कर सकती है. शाहजहां शेख पर संदेशखालि में महिलाओं के यौन उत्पीड़न का आरोप है. साथ ही उस पर कई लोगों की जमीन हड़पने का भी आरोप है. बता दें कि शेख की गिरफ्तारी की मांग को लेकर संदेशखालि के लोग लंबे समय से विरोध प्रदर्शन कर रहे थे.
संदेशखाली हिंसा | TMC नेता शेख शाहजहां को पश्चिम बंगाल पुलिस ने उत्तर 24 परगना के मिनाखान इलाके से गिरफ्तार किया और बशीरहाट कोर्ट ले जाया गया: मिनाखान SDPO, अमीनुल इस्लाम खान pic.twitter.com/8NjK7054Xb
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 29, 2024
#WATCH संदेशखाली हिंसा | पश्चिम बंगाल पुलिस ने TMC नेता शेख शाहजहां को गिरफ्तार कर लिया है, उसे आज बशीरहाट कोर्ट में पेश किया जाएगा।
वीडियो न्यायालय परिसर से है। pic.twitter.com/H0V3rUo1Tm
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हमारी सरकार प्रशासनिक तरीके से राजधर्म का पालन करती है : शांतनु सेन
टीएमसी नेता शांतनु सेन ने कहा कि शेख शाहजहां की गिरफ्तारी यह साबित करती है कि हमारी सरकार प्रशासनिक तरीके से राजधर्म का पालन करती है. जिस तरह से हमने अपने मंत्री पार्थ चटर्जी, ज्योतिप्रिया मलिक के खिलाफ कदम उठाये थे, उसी तरह हमने संदेशखाली मामले में आरोपी शिबू हाजरा, उत्तम सरदार के खिलाफ कार्रवाई की और अब शेख शाहजहां को भी गिरफ्तार किया गया है. अभिषेक बनर्जी ने पहले ही बोला था, कोर्ट के स्टे ऑर्डर के कारण पुलिस शेख शाहजहां को गिरफ्तार नहीं कर पा रही है. स्टे ऑर्डर के हटने के तीन-चार दिन के अंदर ही शेख शाहजहां को गिरफ्तार किया गया. एक तरफ भाजपा शासित राज्यों में जहां आरोपी नेता खुले आम घुमते हैं. वहीं आरोपी टीएमसी नेता के खिलाफ अगर सबूत है तो हमारी प्रशासन उसे नहीं छोड़ती. टीएमसी के इस राजधर्म से भाजपा को सीखना चाहिए.
भाजपा के आंदोलन के चलते शेख शाहजहां की गिरफ्तारी के लिए बाध्य हुई सरकार : मजूमदार
पश्चिम बंगाल के भाजपा अध्यक्ष सुकांता मजूमदार ने कहा कि भाजपा के लगातार आंदोलन के चलते यह सरकार शेख शाहजहां की गिरफ्तारी के लिए बाध्य हुई. पहले तो यह सरकार मान ही नहीं रही थी कि ऐसा कुछ हुआ है. आज हमारे और संदेशखाली की माताओं-बहनों के आंदोलन के वजह से सरकार और ममता बनर्जी शेख शाहजहां की गिरफ्तारी के लिए बाध्य हुई.
5 जनवरी को भीड़ ने छापेमारी करने गयी ईडी की टीम पर किया था हमला
बता दें कि 5 जनवरी को जब बंगाल राशन वितरण घोटाला मामले में ईडी की टीम शाहजहां के घर छापेमारी करने पहुंची थी तो करीब 200 लोगों ने उन पर हमला किया था. भीड़ ने ईडी अधिकारियों व केंद्रीय बलों के जवानों को घेर लिया था और जमकर धरना प्रदर्शन किया था. इसके बाद उग्र भीड़ ने ईडी और केंद्रीय सुरक्षा बलों की गाड़ियों में भी तोड़फोड़ की थी. इस हमले में तीन अधिकारी घायल भी हुए थे. हमले के बाद शाहजहां शेख फरार हो गया था. हालांकि ईडी की टीम ने कार्रवाई करते हुए टीएमसी नेता एसके शाहजहां को गिरफ्तार किया था.
पीडीएस का 30 फीसदी राशन खुले बाजार में बेचा गया
राशन वितरण घोटाला मामले की जांच ई़डी कई महीनों से कर रही है. ईडी ने जांच में खुलासा किया था कि पश्चिम बंगाल में लाभार्थियों के लिए सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) का लगभग 30 प्रतिशत राशन खुले बाजार में बेच दिया गया. राशन की कथित चोरी के बाद मिले पैसे मिल मालिकों और पीडीएस वितरकों ने बांट ली. इतना ही नहीं चावल मिल मालिकों और अन्य लोगों ने मिलकर किसानों के फर्जी बैंक अकाउंट खोले. धान उत्पादकों को भुगतान की जाने वाली एमएसपी को अपनी जेब में डाल लिया. बता दें कि शाहजहां शेख को राज्य मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक का करीबी सहयोगी माना जाता है. ज्योतिप्रिय मल्लिक को करोड़ों रुपये के राशन वितरण घोटाले के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया है.